जयपुर । राजधानी जयपुर में लॉकडाउन और कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में पतंग जमकर उड़ाई जा रही है। पुलिस को आशंका है कि पतंगबाजी का यह शौक जयपुर में कोरोना को जहर तो नहीं घोल रहा। इसको देखते हुए पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने सभी थाना पुलिस को पतंगबाजी को रोकने के निर्देश दिए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने निर्देश दिए कि पतंग नहीं उड़ाने के लिए पहले लोगों को जागरूक करें। फिर भी फिर भी कोई नहीं मानता और पतंग उड़ाता है, उसकी ड्रॉन कैमरे से पहचान कर गिरफ्तारी करें।
खासतौर से हॉट स्पॉट बने परकोटे क्षेत्र में धड़ल्ले से पतंगबाजी हो रही है। यहां पर ही प्रदेश के सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यह क्षेत्र ही देश में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या वाले शहरों में भी शामिल है।
पुलिस को आशंका है कि कोराना संक्रमित व्यक्ति पतंग के तंग बांधते समय उसके कागज को पकड़ता है। फिर पतंग उड़ाते समय डोर लंबे समय तक उसके हाथ में रहती है। पतंग टूटती है या फिर कटकर किसी अन्य व्यक्ति के पास पहुंचती है। तब कोरोना वायरस पतंग-डोर के जरिए स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंच सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, कई एकड़ में बने जयपुर केन्द्रीय कारागार में परकोटे क्षेत्र से कटकर या फिर टूटकर कई पतंग-डोर पहुंच रही है। यहां पर जेल अधिकारियों से सभी प्रहरियों और सुरक्षाकर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि कोई भी परिसर में आने वाली पतंग को छूएगा नहीं। इसके बाद जेल के कई सुरक्षाकर्मियों ने पतंग-डोर के उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
पतंग उड़ाने वालों को पहले समझाईशकर नहीं उड़ाने के लिए कहा जा रहा है। लेकिन फिर भी कोई नहीं मानता है तो पुलिस को निर्देश दिए हैं कि ड्रॉन कैमरे से उसकी पहचान कर शांतिभंग में उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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