जयपुर/जैसलमेर । राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक कांग्रेसी विधायक जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल पहुंच चुके है। यह सभी विधायक बाड़ेबंदी में 19 दिनों से सीएम अशोक गहलोत के साथ है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वहीं जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान
है, जी हां कुछ ऐसा ही ट्वीट करके राजस्थान के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.
सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और समर्थक कांग्रेसी विधायकों पर
तंज कसा है।
डॉ. पूनिया ने लिखा है सब एक हैं,कोई खतरा नहीं
है,लोकतंत्र है,सब ठीक है तो बाड़ा क्यूँ,और बिकाऊ कौन है?उनके नाम
सार्वजनिक करो, उन्होंने कहा कि बाड़े में भी अविश्वास है।
वहीं जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को संबोधित किया और कहा कि बसपा के
विधायकों का विलय गलत नहीं हो सकता। राज्यसभा में तेदेपा के चार सांसद भी
सत्ताधारी भाजपा के साथ विलय कर लिए थे। मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि 14
अगस्त को विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद वह विश्वासमत हासिल करना चाहेंगे।
गहलोत
ने कहा कि राजस्थान में खरीद-फरोख्त की दरें बढ़ गई हैं, क्योंकि विधानसभा
सत्र की तिथि तय होने के बाद नई दरें घोषित की गई हैं। उन्होंने कहा,
"विधानसभा सत्र की घोषणा के बाद खरीद-फरोख्त की दरें बढ़ गई हैं। पहले
विधायकों के लिए पहली किश्त 10 करोड़ रुपये थी और दूसरी किश्त 15 करोड़
रुपये थी। लेकिन अब यह असीमित हो गई है और हर कोई जानता है कि इस
खरीद-फरोख्त में कौन शामिल है।"
गहलोत ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती पर भी निशाना साधा और भाजपा का साथ देने का आरोप लगाया।
गहलोत
ने असंतुष्ट विधायकों से भी फ्लोर टेस्ट के लिए आग्रह किया और कहा कि
चूंकि उन्होंने कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव जीता है, लिहाजा यह उनका
कर्तव्य बनता है कि वे सदन में पार्टी के साथ खड़ा रहें।
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