जयपुर ।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में जयपुर और अन्य शहरों में
जमीनों के क्रय-विक्रय से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों में काफी वृद्धि हुई है, जो चिंताजनक है। इस तरह के प्रकरणों की प्रभावी रोकथाम के
लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई जाएगी, जो दो महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। इस समिति में जयपुर
विकास प्राधिकरण, नगरीय विकास
विभाग,
सहकारिता विभाग और पुलिस के उच्चाधिकारी सम्मिलित
होंगे। यह समिति भूमाफिया पर प्रभावी
नियंत्रण के लिए अपने सुझाव देगी ताकि आमजन को जमीन की खरीद-फरोख्त के दौरान ठगी
से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजरी और शराब माफिया के खिलाफ चल रहे
अभियान को भी और गति दी जाएगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मृतक के शव को लेकर प्रदर्शन सांस्कृतिक मूल्यों के
विपरीत
बैठक में मुख्यमंत्री ने मुआवजे के लिए हादसे में मृतक के
शव को लेकर विरोध प्रदर्शन करने की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और इसे
सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि
ऎसे मामलों में दोषी को सजा मिले। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रकरणों में समाज
के लोगों को भी सकारात्मक रूख अपनाना चाहिए।
शराब की दुकानें 8 बजे
सख्ती से बंद करवाई जाएंगी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में शराब की
दुकानों के बंद होने का समय रात 8 बजे
है,
जिसका सख्ती से पालन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि रात
8
बजे के बाद शराब की दुकानें खुली पाई गई तो उस इलाके के
पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गहलोत ने कहा कि बच्चों और
युवाओं में ड्रग्स लेने की बढ़ती प्रवृत्ति चिंता का विषय है। इसके लिए शिक्षा
विभाग के सहयोग से एक व्यापक जागरूकता अभियान आरम्भ किया जाएगा।
गैंगस्टरों पर होगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आकर राजस्थान में
अपराध करने वाले अपराधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए राज्य के
पड़ोसी राज्यों से लगते जिलों में पुलिस को विशेष रूप से सक्रिय किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जेलों के अंदर से अपराध गतिविधियां चलाने वाले गैंगस्टरों पर भी
प्रभावी अंकुश लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अपराधियों का
महिमामण्डन करने वाले लोगों, साप्रदायिक
सद्भाव बिगाड़ने और अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही
है। इसके साथ ही कानून व्यवस्था के प्रभावी संधारण के लिए पुलिस प्रशासन को
होमगार्ड के एक हजार जवान उपलब्ध कराए जाएंगे।
एनसीआरबी के आंकड़ों को गलत पेश कर छवि धूमिल करने की
हो रही कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो
(एनसीआरबी) की क्राइम इन इंडिया रिपोर्ट-2021 के हवाले से राजस्थान की छवि धूमिल करने के प्रयास किए जा
रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में एफआईआर के अनिवार्य पंजीकरण की नीति के
बावजूद 2021
में 2019 की
तुलना में करीब 5 प्रतिशत
अपराध कम दर्ज हुए हैं जबकि अन्य राज्यों में अपराध अधिक दर्ज हुए हैं। बैठक में
बतया गया कि गुजरात, हरियाणा और
मध्यप्रदेश में अपराधों में क्रमशः 69, 24 और 20 प्रतिशत की
बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हत्या, महिला
के विरूद्ध अपराध और अपहरण में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। वहीं सबसे ज्यादा
कस्टोडियल डेथ्स गुजरात में हुई है। पोक्सो एक्ट के मामलों में मध्यप्रदेश पहले
स्थान पर है, जबकि राजस्थान 12वें स्थान पर है।
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