जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धौलपुर के राजखेड़ा में सचिन पायलट खेमे पर जबरदस्त हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिन भी विधायकों ने 10-20 करोड़ रुपए लिए थे, उन्हें लौटाने चाहिए ताकि स्वतंत्र होकर वे आने वाले चुनावों में पार्टी का काम कर सके। उन्होंने कहा कि अगर इनमें से करोड़, दो करोड़ खर्च कर भी दिए तो मैं एआईसीसी से बात कर दिलवा दूंगा। भाजपा वाले खतरनाक लोग हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गहलोत ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में सरकारें गिराने का जिक्र करते हुए कहा कि अगर 102 विधायक मेरा साथ नहीं देते तो मैं आज आपके सामने मुख्यमंत्री के रूप में खड़ा नहीं होता। ये सभी विधायक मेरे साथ मंत्री बनने के हकदार हैं, लेकिन कई राजनीतिक कारण होते हैं। उन्होंने राजस्थान में अमित शाह के दौरे शुरू होने से पहले ही उन पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह, गजेंद्र सिंह शेखावत और धर्मेंद्र प्रधान ने विधायकों को करोड़ों रुपए बांट दिए। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि वे यह राशि वापस क्यों नहीं मांग रहे हैं। ये बहुत खतरनाक लोग हैं, इन्होंने देश में लोकतंत्र की हत्या की है। गहलोत ने इस मौके पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, भैरोसिंह शेखावत आदि नेताओं और उनके सियासी सिद्धांतों की तारीफ की।
गहलोत ने कहा कि जब शेखावत मुख्यमंत्री थे और अमेरिका इलाज करवाने गए थे, तब भी भाजपा के लोगों ने ही सरकार गिराने की साजिश रच डाली थी, लेकिन मैंने उनका साथ नहीं दिया।
रोहित बोहरा, चेतन डूडी, दानिश मेरा साथ नहीं देते तो मैं आज सीएम नहीं होता
गहलोत ने कहा- हमारे तीन विधायक रोहित बोहरा, डीडवाना विधायक चेतन डूडी और सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार टाइम पर मेरा साथ नहीं देते तो आज मैं आपके सामने मुख्यमंत्री के रूप में खड़ा नहीं मिलता। बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त करके सरकारी गिरा रही है। 10 करोड़, 20 करोड़, 25 करोड़ मिलेंगे तो अच्छे-अच्छे एमएलए बिक जाते हैं। किस प्रकार 3 सरकारें चली गई। बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या कर दी। ये खतरनाक लोग हैं। जो सत्ता में बैठे हुए हैं इनका लोकतंत्र में कोई विकास विश्वास नहीं है केवल लोकतंत्र का मुखौटा पहने हुए हैं।
राहत शिविरों से राज्य सरकार प्रत्येक वर्ग को राहत देने का कर रही है काम
मुख्यमंत्री गहलोत ने महंगाई राहत शिविरों से राज्य सरकार प्रत्येक वर्ग को राहत देने का कार्य कर रही है। आमजन को अधिक से अधिक महंगाई राहत शिविरों में पंजीकरण करवाकर अपने हक का लाभ लेना चाहिए। राज्य सरकार की योजनाओं से हर वर्ग के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। गहलोत रविवार को धौलपुर के मरैना में महंगाई राहत कैम्प का अवलोकन कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न लाभार्थियों से संवाद किया तथा उनको मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड सौंपे। शिविर में उपस्थित लाभार्थियों ने कहा कि महंगाई के इस दौर में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से उन्हें महंगाई की मार से राहत मिल रही है। मुख्यमंत्री ने लाभार्थियांे से संवाद के दौरान योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दे केन्द्र सरकार
श्री गहलोत ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की जीवनरेखा है। केन्द्र सरकार को ई.आर.सी.पी. को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देना चाहिए, ताकि राज्य के एक बड़े क्षेत्र में सिंचाई जल एवं पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं अपनी सभाओं में ई.आर.सी.पी. को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की बात कह चुके हैं। राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिलने तक राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से ई.आर.सी.पी. का निर्माण जारी रखेगी। अब तक बजट में ई.आर.सी.पी. के लिए 13 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया जा चुका है।
काली तीर परियोजना से होगी सुचारू जल आपूर्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने धौलपुर जिले में जलापूर्ति हेतु काली तीर परियोजना के लिए 800 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। जल्द ही इस योजना को शुरू किया जाएगा, जिससे क्षेत्रवासियों को सुचारू जल आपूर्ति हो सकेगी तथा जलस्तर भी बढ़ेगा। इससे जिले के 200 गांवों में पेयजल एवं सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराया जा सकेगा।
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