जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत का कहना है कि मुख्यमंत्री को अपने नाम के पत्थर लगाने का बहुत शौक है। ये पहली सीएम है जो सात दिन दिल्ली में रहती है फिर धौलपुर में। अब हाईकोर्ट ने इनके पत्थर लगाने पर रोक लगाई है। रैली में ये बड़ी-बड़ी बातें कर रही है जिसे जनता समझ चुकी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गहलोत बुधवार को अपने निवास पर मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने अपने यहां ब्रेकफास्ट का आयोजन किया था जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट समेत कई नेता शामिल हुए। उन्होेंने कहा कि सीएम ने चार साल तक कांग्रेस की विकास योजनाओं को रोके रखा। उसके बाद अब चुनावी साल में इनको पूरा किया जा रहा है। हमने राजस्थान में सात मेडिकल कॉलेज खोले जिसे सरकार अब पूरा कर रही है।
उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने नेतृत्व पहले डिक्लेयर नहीं किया, विधायक, कार्यकर्ताओं की सहमति के बाद विधायक दल के नेता का चुनाव होता है। अमित शाह को इन बातों का ज्ञान नहीं है। वे अपनी पार्टी के नेताओं के आरोपों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। पूर्व मंत्री अरूण शोरी, यशवंत सिन्हा उन पर आरोप लगा रहे है, एक जवाब नहीं आ रहा है। अमितशाह के बेटे का मामला सामने आ चुका है। पूरे देश की मीडिया को दबा रखा है। पूरे देश में इनके खिलाफ माहौल बन चुका है। पूरे देश में दो चेहरे घूम रहे हैं, २०१९ में जनता इनको समझा देगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फासिस्टवादी सोच प्रकट कर दी। एक बार मौका दे दो उसके बाद चुनाव की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालत यह है कि मंत्री अपने दफ्तर में बैठे रहते है और ये लोग सेकेट्री को आफिस में बुलाते हैं। उनसे निर्देश देकर काम कराया जाता है। केन्द्रीय मंत्रियों की हालत कभी ऐसी नहीं हुई।
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