जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने राजस्थान आवासन मंडल को फिर से मजबूत करने का काम किया है। अब मंडल पर यह दायित्व है कि वह आम आदमी के आवास के सपने को साकार करे और खोया विश्वास हासिल करे। गहलोत शुक्रवार को राजस्थान आवासन मंडल के मुख्यालय परिसर में मुख्यमंत्री शिक्षक आवासीय योजना, मुख्यमंत्री प्रहरी आवासीय योजना, आतिश मार्केट योजना मानसरोवर के शुभारंभ एवं जयपुर चौपाटी मानसरोवर के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पुरस्कृत शिक्षकों को 10 प्रतिशत रियायती दर पर आवास देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड बंद होने के कगार पर था। करोड़ों की लागत से बने करीब 22 हजार मकान धूल खा रहे थे। हमारी सरकार ने गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को आवास मुहैया कराने के लिए बनाई गई इस संस्था को पुनः जीवन्त कर दिया है। इसी का नतीजा है कि कुछ महीनों में ही बड़ी संख्या में आवासन मंडल के मकानों की नीलामी हुई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बेहतर क्वालिटी के मकान बनाकर बदलें आमजन की धारणा: गहलोत ने कहा कि आवासन मंडल के मकानों की गुणवत्ता को लेकर आमजन में बहुत अच्छी धारणा नहीं है। बोर्ड को बेहतरीन क्वालिटी के मकान बनाकर इस धारणा को बदलना चाहिए। अच्छे मकान बनेंगे तो लोग स्वतः ही उन्हें खरीदने के लिए आगे आएंगे। उन्होंने कहा कि इस संस्था का गठन इस उद्देश्य से किया गया है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को छत मिल सके। इसलिए आवासीय योजनाओं में ऐसे प्रावधान किए जाएं कि व्यक्ति रहने के उद्देश्य से ही मकान खरीदे। उनका बार-बार बेचान नहीं हो।
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