जयपुर। उद्योग आयुक्त व सीएसआर सचिव कुंजीलाल मीणा ने सीएसआर गतिविधियों में विविधिकरण लाते हुए गरीब व होनहार बच्चों के आईआईटी या मेडिकल जैसे उच्च अध्ययन को कंपनियों की सीएसआर गतिविधियों से जोड़ते हुए अध्ययन व्यय को प्रायोजित करने के लिए आगे आने को कहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि सीएसआर के शिडूल्य 7 के बिंदुओं में इसका समावेश है। उन्होंने कहा कि गरीब व साधनहीन परिवार का एक भी प्रतिभावान बच्चा पैसे के अभाव में उच्च अध्ययन से वंचित नहीं रहने दिया जाए।
सचिव सीएसआर मीणा ने कहा कि कंपनियां सीएसआर राशि में से प्रतिवर्ष सीमित मात्रा में भी होनहार बच्चो को प्रायोजित करती है तो इससे राज्य के गरीब व प्रतिभावान बच्चे उच्च अध्ययन कर देश व प्रदेश के विकास में भागीदार बन सकेंगे।
मीणा ने कहा कि राजस्थान में सीएसआर व इससे जुड़ी गतिविधियों का समावेश करते हुए सीएसआर पोर्टल बना हुआ है।
चुनिंदा सीएसआर कंपिनयों के साथ बैठक में सीएसआर प्रभारी संजीव सक्सैना और पीआर शर्मा ने कहा कि राज्य में कार्यरत कंपनियां व क्रियान्वयन एजेंसियां सीएसआर राजस्थान पोर्टल पर पंजीकृत कराने के साथ ही उनके द्वारा संचालित सीएसआर गतिविधियों को भी अपलोड कराएं। उन्होंने बताया कि कंपनियां स्वयं पोर्टल पर जाकर पंजीयन करवा सकती है और पंजीकृत संस्थाओं को स्वयं ही परियोजनाएं अपलोड करने की सुविधा है। उन्होंने बताया कि इससे सीएसआर गतिविधियों की जानकारी साझा की जा सकेगी। उन्होंने नीडबेस गतिविधियों का समावेश करने की आवश्यकता है।
उपनिदेशक निधी शर्मा के साथ ही हैवल्स इण्डिया, निरमा, टैफे मोटर्स, महेन्द्रा सेज, यूनाइटेड स्प्रिट्स, ओबेरॉय वन्यविलास आदि कंपनियों के सीएसआर प्रभारी उपस्थित थे।
लद्दाख में सड़क हादसा: जवानों को ले जा रहा सेना का वाहन श्योक नदी में गिरा, 7 की मौत, 19 घायल
आय से अधिक संपत्ति का मामला : हरियाणा के पूर्व सीएम चौटाला को 4 साल की सजा, 50 लाख रुपये का जुर्माना
मुफ्तखोरी वाले बयान पर केजरीवाल ने गुजरात भाजपा अध्यक्ष पर कसा तंज
Daily Horoscope