जयपुर। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने पंचायत सहायक भर्ती में हुई गड़बडिय़ों के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार की अनदेखी को जिम्मेदार ठहराया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पायलट ने कहा कि साढ़े तीन सालों से प्रदेश की भाजपा सरकार विद्यार्थी मित्रों को समायोजित करने का आश्वासन दे रही थी, इसी क्रम में सरकार ने बिना स्पष्ट निर्देशों के पंचायत सहायक भर्ती की घोषणा कर विद्यार्थी मित्रों को समायोजित करने का रास्ता निकाला था, परन्तु दुर्भाग्य है कि स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अभाव में पंचायत सहायक भर्ती के नाम पर सरपंचों व प्रशासन ने मिलकर चहेतों को जमकर लाभ पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर तो सरपंचों ने स्वयं ही पंचायत सहायक की नौकरी हासिल कर ली है, तो कहीं रिश्तेदारों को लाभान्वित किया है।
पायलट ने कहा कि सरकारी अनदेखी व झूठे आश्वासनों के चलते अब तक करीब 28 विद्यार्थी मित्र आत्मघाती कदम उठा चुके हैं। पंचायत सहायक भर्ती में हुई धांधलियों के कारण विद्यार्थी मित्रों में रोष है। इस भर्ती में हुई गड़बडिय़ों की उच्च स्तरीय जांच करवाकर अपात्र लोगों द्वारा हासिल की गई पंचायत सहायक की नौकरी को निरस्त कर विद्यार्थी मित्रों को उनका अधिकार दिया जाना चाहिए। इसी प्रकार सरकार को अन्य संविदाकर्मियों जैसे प्रेरक, कम्प्यूटर शिक्षक, पैराटीचर्स आदि के भी लिए उचित प्रावधान कर सरकारी सेवा में समायोजित करना चाहिए।
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