जयपुर। राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप (एसओजी) ने पेपर लीक मामलों में बड़ा खुलासा किया है। सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 समेत कई महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कांड के तीन मास्टरमाइंड ओमप्रकाश ढाका, सुनील बेनीवाल और सरकारी टीचर शम्मी बिश्नोई को हिरासत में लिया गया है।
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जोधपुर की साइक्लोन टीम ने योजनाबद्ध तरीके से ढाका और बेनीवाल को हैदराबाद के एक फ्लैट से पकड़ा। गैस सप्लाई देने के बहाने पुलिस टीम ने फ्लैट में घुसकर इन्हें धर दबोचा। वहीं, शम्मी को बरसाना में देवी-देवताओं के शहर से पकड़ा गया, जहां वह फरारी काट रही थी।
जोधपुर आईजी विकास कुमार के मुताबिक टीम दो महीने से इन आरोपियों का पीछा कर रही थी। सटीक जानकारी के आधार पर टीम ने हैदराबाद के फ्लैट में रैकी की और अंततः सफलतापूर्वक इन्हें गिरफ्तार कर लिया। ढाका पर 75 हजार, शम्मी पर 70 हजार और बेनीवाल पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
ओमप्रकाश ढाका, जो जगदीश विश्नोई की पेपर लीक गैंग का हैंडलर है, ने कई पेपर लीक घटनाओं को अंजाम दिया है। शम्मी बिश्नोई ने परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठाने का काम किया और स्वयं भी कई परीक्षाओं में डमी बनकर बैठी। सुनील बेनीवाल भी इसी गैंग का हिस्सा है, जो डमी कैंडिडेट्स की व्यवस्था करता था।
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि गिरोह न केवल पेपर लीक करता था, बल्कि सिलेक्टेड कैंडिडेट्स को फर्जी डिग्री भी दिलाता था। 2022 की पीटीआई भर्ती परीक्षा में 88 कैंडिडेट्स को फर्जी डिग्री दिलाने का खुलासा हुआ है। एसओजी ने 38 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें 28 मामले डमी कैंडिडेट्स और बाकी फर्जी डिग्री और पेपर लीक से संबंधित हैं।
ढाका, बेनीवाल और शम्मी की गिरफ्तारी से पेपर लीक माफिया को करारा झटका लगा है। पुलिस की सख्त कार्रवाई से इस गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द ही कानून के शिकंजे में होंगे। यह गिरफ्तारी पुलिस के अद्वितीय समर्पण और योजनाबद्ध कार्यवाही का नतीजा है, जिससे राजस्थान की प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और विश्वास की बहाली होगी। सरकारी टीचर होते हुए भी शम्मी नकल गिरोह में शामिल थी। TSP एरिया में बड़ी संख्या में डमी कैंडिडेट बैठे हैं। डमी कैंडिडेट परीक्षा में बैठाने वाली गैंग राजस्थान में सक्रीय है। ओपी ढाका के छम्मी विश्नोई के खिलाफ पूर्व में मुकदमे दर्ज हो रखे है।
बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, सिरोही सहित अन्य जगह गड़बड़ी मिली है. बांसवाड़ा टीम ने बहुत बेहतरीन काम किया है। 2022 में जो PTI की परीक्षा हुई उसमे 1336 लोगों ने OPJS डिग्री का बताया था। उसमे से 86 लोगों की नौकरी भी लग गई। अब तक 92 सरकारी लोगों की भूमिका पाई गई है। जिसके बारे में विभाग को बता दिया गया है। इन में से काफी लोगों को हमने गिरफ्तार कर लिया हैं. ओमप्रकाश ढाका की मां सांचौर इलाके में प्रधान है।
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