जयपुर। एसओजी ने तीन प्राइवेट यूनिवर्सिटी के मालिकों को किया गिरफ्तार किया है। इनमें ओपीजेएस विश्वविद्यालय के मालिक, सनराइज विश्वविद्यालय, अलवर, एमकेयू विश्वविद्यालय, पाटन गुजरात का मालिक शामिल हैं। विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों की फर्जी डिग्री व खेल प्रमाण पत्र जारी करने के संदर्भ में दर्ज मुकदमा प्रकरण संख्या 13/2024 में एसओजी यह कार्रवाई की गई है।
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अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी ने बताया कि एसओजी द्वारा कार्रवाई करते हुए पूर्व में दर्ज प्रकरण संख्या 13/2024 में वांछित 3 अभियुक्तों को आज गिरफ्तार है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त
1. जोगेंद्र सिंह पुत्र ओमप्रकाश दहलान जाति- जाट, उम्र 55 वर्ष, निवासी-बिझी, जिला रोहतक हाल 133 बी/29 मयूर विहार कॉलोनी रोहतक, हरियाणा।
2. जितेंद्र यादव पुत्र लाले सिंह जाति यादव, उम्र 38 साल, निवासी मनराइज स्कूल के पास सिधाना रोड बाहू, महानंद पुलिस चौकी, सिटी पुलिस थाना, नारनौल, जिला महेंद्रगढ़, हरियाणा।
3. सरिता कदियान पुत्री धर्मबीर सिंह उम्र 50 साल, निवासी ओके इंटरनेशनल स्कूल, ओमेक्स सिटी, रोहतक, हरियाणा।
एसओजी में प्राप्त परिवाद ओमप्रकाश विश्वविद्यालय, चूरू में विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों की फर्जी डिग्री व खेल प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में जांच प्रारंभ की गई। इस पर प्रकरण संख्या 13/2024 के तहत 419,420,467,468,471,120बी आईपीसी 66 डी आईटी एक्ट 2008 पुलिस थाना एसओजी, राजस्थान, जयपुर में दर्ज किया जाकर अनुसंधान किया गया।
अनुसंधान के दौरान प्रकरण में पूर्व में 36 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ अभियोग पत्र पेश किया गया। फर्जी डिग्री जारी करने वाली ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के संचालक जोगेन्द्र सिंह (55) पुत्र ओमप्रकाश दलाल निवासी रोहतक हरियाणा और सनराइज एंड एमके यूनिवर्सिटी के संचालक जितेन्द्र यादव (38) पुत्र जिले सिंह निवासी नारनौल, हरियाणा को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के संचालक जोगेन्द्र सिंह की गर्लफ्रेंड सरिता कड़वासरा (50) पुत्री धर्मवीर सिंह को भी रोहतक से डिटेन किया है।
दोनों आरोपियों को SOG की ओर से जांच के दौरान चूरू के राजगढ़ में स्थित ओपीजेएस यूनिवर्सिटी बुलाया गया था। जांच के बाद फर्जीवाड़े का पता चलने पर राउंडअप कर पूछताछ के लिए जयपुर SOG ऑफिस लाया गया। पूछताछ पूरी होने पर शुक्रवार सुबह दोनों को गिरफ्तार किया गया। SOG को ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के खिलाफ फर्जी डिग्री जारी करने की काफी शिकायतें मिली थी। जो चूरू के राजगढ़ में है। जांच में सामने आया है कि साल-2013 में ओपीजेएस यूनिवर्सिटी शुरू हुई थी। सरिता कड़वासरा साल 2013 से 2015 तक ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार के पद पर रही है। इसके बाद 2017 से 2020 तक वह चेयरपर्सन रही थी।
एसओजी के मुताबिक 2015 से 2020 तक जितेंद्र यादव सनराइज एंड एमके यूनिवर्सिटी का संचालक बनने से पहले ओपीजेएस विवि में रजिस्ट्रार के पद पर रहा। इस दौरान OPJS विवि की ओर से हजारों की संख्या में फर्जी डिग्री जारी की गई।
ये हैं आरोप
1. बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां जारी की गई।
2. मान्यता हीन संस्थाओं की फर्जी डिग्रियां जारी की गई।
3. बिना मान्यता courses संचालित करना व डिग्रियां जारी करना जैसे एमबीए, एचआर, एचआरएम।
4. फर्जी विश्वविद्यालय खेल प्रमाण पत्र जारी करना पाया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों से अन्य अभियुक्तों के बारे में पूछताछ व अनुसंधान किया जा रहा है। एसओजी द्वारा उपरोक्त प्रकरणों में कुल 36 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रकरण में अन्य वांछित अभियुक्तगण की तलाश जारी है।
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