जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान की भजनलाल सरकार को सलाह दी है कि भयंकर गर्मी एवं लू की स्थिति को देखते हुए शहरों में सर्दी के दौरान बनने वाले रैन बसेरों की तरह ही गर्मी से बचाव के लिए भी रैन बसेरे बनाए जाएं।
उन्होंने कहा कि जगह-जगह टैंट से कमरे बनाकर इनमें नगरीय विकास विभाग के माध्यम से पंखे, कूलर एवं ठंडे पानी का इंतजाम किया जाना चाहिए। इससे शहर में काम से आने वाले लोगों को दोपहर में गर्मी से बचने का एक ठिकाना मिल जाएगा। आने वाले वर्षों में भी गर्मी बढ़ने के संकेत हैं इसलिए ऐसी व्यवस्था की जरूरत आ गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुझे ऐसा याद है कि साल 1990 के दशक में भी एक बार इसी तरह राजस्थान में कुछ जगह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार गया था। तब भी हीट स्ट्रोक के कारण लोग हताहत हुए थे। तब अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए बर्फ की सिल्लियां लाई गईं एवं हीट स्ट्रोक के वार्ड्स का तापमान कम कर इलाज किया था।
महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज
जिम्मेदारी निभाई होती तो बहराइच की घटना नहीं होती: मायावती
कनाडा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बैन करने की उठी मांग
Daily Horoscope