जयपुर। भारत निर्वाचन आयोग के उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने
कहा कि राज्य में स्वतंत्र-निष्पक्ष-शांतिपूर्ण और बेहतर तरीके से चुनाव
सम्पन्न कराने की परंपरा रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में यदि इलेक्शन
मैनेजमेंट प्लान, सिक्योरिटी प्लान, स्वीप प्लान और वल्नरेबिलिटी मैनेजमेंट
प्लान बनाकर काम किया जाए तो नतीजे और भी बेहतर आएंगे।श्री
सक्सेना शुक्रवार को जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा, बीकानेर और भरतपुर संभाग
के संभागीय आयुक्त, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त, महानिरीक्षक पुलिस, जिला
निर्वाचन अधिकारी, पुलिस आयुक्त और जिला पुलिस अधीक्षकों को विधानसभा आम
चुनाव-2018 की तैयारियों एवं कानून व्यवस्था की प्रारंभिक समीक्षा बैठक में
संबोधित कर रहे थे। उप चुनाव आयुक्त ने कहा कि
प्रत्येक मतदाता हमारे लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए कोई भी पुनरीक्षण
कार्यक्रम के दौरान यह प्रयास किए जाएं कि कोई भी पात्र व्यक्ति मतदाता
सूची में पंजीकृत होने से ना छूटे। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में कोई
नाम को हटाने से पहले पंजीकरण अधिकारी गहन जांच- पड़ताल करके ही नाम हटाएं।
उन्होंने दिव्यांगजनों की पैरवी करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने
वर्ष 2018 को ‘सुगम मतदान‘ वर्ष घोषित किया गया है। उन्होंने शत-प्रतिशत
दिव्यांगजनों को निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ने और उन्हें मतदान केंद्रों पर
ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ईवीएम और वीवीपैट मशीनें पूरी तरह सुरक्षित
उन्होंने
कहा कि चुनाव में काम में आने वाली ईवीएम और वीवीपैट मशीनें पूरी तरह
सुरक्षित हैं। आमजन में इसके प्रति जागरुकता लाने के लिए जहां भी लोगों की
आवाजाही ज्यादा हो इनका प्रदर्शन करें, ताकि उनका लोकतंत्र के प्रति
विश्वास और भी मजबूत हो। उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी और अधिक
नवाचारों के साथ मतदान केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे तो
आमजन का आकर्षण भी चुनाव की तरफ बढ़ने लगेगा।
विभिन्न मुद्दों पर दिए विस्तृत निर्देश
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