जयपुर। मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनन्द कुमार ने कहा कि महाविद्यालयों में निर्वाचन साक्षरता क्लब (ईएलसी) का प्रभावी गठन कर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को सशक्त लोकतंत्र की धारा से जोेड़ें। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कुमार बुधवार को यहां शासन सचिवालय में चुनाव संबंधित साक्षरता बढ़ाने के लिए आयोजित कार्यशाला में कॉलेज प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया की पूरी जानकारी हो और उसमें उनकी सक्रिय भागीदारी हो। इसी को मध्यनजर रखते हुए इस वर्ष दसवें राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम भी ‘सशक्त लोकतन्त्र के लिए निर्वाचन साक्षरता’ रखी गई है। उन्होंने बताया कि मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया की जानकारी सहज एवं सरल तरीके से देकर मतदान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से चार प्रकार के साक्षरता क्लबों का गठन किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कॉलेज प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने महाविद्यालयों में ईएलसी का प्रभावी रूप से गठन कर अधिकाधिक विद्यार्थियों को जोड़ें। निर्वाचन से संबंधित क्विज जैसी विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर विद्यार्थियों को चुनाव प्रक्रिया के प्रति जागरुक करें। एक जनवरी को 18 साल की आयु पूर्ण करने वाले पात्र विद्यार्थियों का नव मतदाता के रूप में पंजीकरण कराना सुनिश्चित कराएं।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल ने पॉवर प्वॉइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से मतदान अधिकार के इतिहास, मतदाता के रूप में नागरिकता के महत्व, निर्वाचन साक्षरता क्लबों की कार्यप्रणाली, नोडल अधिकारियों की भूमिका, कर्तव्य एवं जिम्मेदारियों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि हर जिले में एक लीडिंग ईएलसी का गठन करें जिससे चुनावी साक्षरता के प्रजेन्टेशन के लिए राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने का मौका मिलेगा।
भारत निर्वाचन आयोग की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रेखा गुप्ता ने ईएलसी की भूमिका और महत्व के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निर्वाचन साक्षरता को निरन्तर और प्रभावी ढंग से संचालित करने से वोटर रजिस्ट्रेशन, टर्न आउट बढ़ाने और एथिकल वोटिंग का लक्ष्य अपने आप ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के माध्यम से पात्र मतदाताओं का मतदाता सूची में ऑनलाइन नाम जुड़वाने का आग्रह किया। संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नीतू राजेश्वर ने ईएलसी के गठन की भूमिका पर प्रकाश डाला।
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