जयपुर। प्रदेशभर में विभिन्न मांगों को लेकर 26 फरवरी से सामूहिक अवकाश पर चल रहे एनएचएम के विभिन्न वर्ग के संविदाकर्मी अब काम पर लौटने लगे हैं। अब तक मुख्यालय पर काम कर रहे सभी 76 कम्प्यूटर कर्मी, समग्र 52 सहयोगी स्टाफ, 18 कार्यक्रम सहायक एवं कई स्टेट कन्सलटेंट काम पर लौट आए हैं। कई जिलों से भी ऐसी ही सूचनाएं आ रही हैं। इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए संविदाकर्मियों को अंतिम चेतावनी पत्र जारी कर तुरन्त काम पर लौटने को कहा गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मिशन निदेशक डॉ.समित शर्मा ने बताया कि कुल करीब 14,500 संविदाकर्मियों में से 5,500 कर्मी ही प्रबन्धकीय कार्य से जुडे़ हैं। इनमें से भी केवल 50 प्रतिशत ने ही सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया था। उन्होंने बताया कि क्लिनिकल चिकित्सकीय कार्य से जुड़े एनएनएम, जीएनएम, लैब टेक्नीशियन एवं फार्मासिस्ट जिनकी संख्या करीब 4500 है अपना कार्य सुचारू रूप से कर रहे हैं। इस प्रकार पूरे राज्य में एनएचएम संविदाकर्मियों के सीमित वर्ग के सामूहिक अवकाश पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई खास असर नहीं पड़ा है।
मिशन निदेशक ने बताया कि सभी सीएमएचओ को उनके क्षेत्राधिकार के चिकित्सा संस्थानों में सामूहिक अवकाश पर जाने वाले एनएचएम कर्मियों के कार्य की वैकल्पिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया है। डिस्ट्रिक्ट अकाउण्ट मैनेजर का कार्य भी जूनियर अकाउण्टेंट-सहायक लेखाधिकारी अथवा लेखाधिकारी को देने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने अनुबन्ध की शर्तों के अनुरूप अनुबन्ध समाप्त करने की चेतावनी देते हुए सामूहिक अवकाश पर रहने वाले 71 संविदाकर्मियों को नोटिस जारी किए हैं। ऐसे ही नोटिस जिलों में सीएमएचओ के स्तर से भी जारी किए जा रहे हैैं।
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