जयपुर । खींवसर और मंडावा के उपचुनावों के परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सरकारी मशीनरी का जमकर दुरूपयोग किया उसके बावजूद अपनी प्रतिष्ठा की सीट नागौर-खींवसर की सीट नहीं जीत पाई। इससे साफ जाहिर है कि सरकार पर संकट बना हुआ है और जनता में उसके खिलाफ नाराजगी बरकरार है। मण्डावा सीट के परिणाम का जिक्र करते हुए पूनिया ने कहा कि पहली बार भाजपा ने 2018 मेंयहां 2300 वोटों के अंतर से जीती थी। डाॅ. पूनियां ने कहा कि इसके अलावा मण्डावा विधानसभा में 28 बूथ ऐसे थे जिसमें अरब देशों में लोग नौकरी करते थे, जिनका बड़ा वोट बैंक है। उनकी गैरमौजूदगी में बूथों पर बड़ी मात्रा में फर्जी मतदान हुआ है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डाॅ. पूनिया ने कहा कि यह जनादेश ना सरकार के पक्ष में, ना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पक्ष में। यह केवल वहां के स्थानीय समीकरण थे। वहां स्थानीय मुद्दों और समीकरणों के आधार पर फैसला हुआ। अभी भी प्रदेश में मुद्दे वो ही है किसानों के, बेरोजगारों के, कानून व्यवस्था के।
डाॅ. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर भी दो खेमे है, यह विभाजित पार्टी है, उपमुख्यमंत्री ने बहुत ही खुले रूप से कहा था। उसका मुझे अधिक विवरण देने की आवश्यकता नहीं है। हाईब्रिड फार्मूला ना तो जनता के गले उतर रहा था और ना ही जनता के संज्ञान में था एवं ना ही जनता से रायशुमारी हुई। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ना विधायक दल से चर्चा हुई और ना ही कैबिनेट में चर्चा हुई। इसमें कांग्रेस को वापिस बैक गियर डालना पड़ेगा। क्योंकि जनमानस का दबाव बड़े पैमाने पर था।
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