जयपुर।
शहरवासियों को बाढ़ से बचाव के लिए जेडीए ने 24 घंटे हेल्पलाइन चालू की
है। इसका नंबर (18001806695) है। इसके साथ ही किसी भी तरह की शिकायतों के
समाधान के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी खोला गया है। एक बाढ़ नियत्रंण कक्ष भी
स्थापित किया गया है, जहां वर्षा जनित शिकायतों को रजिस्टर में इन्द्राज
किया जायेगा तथा उपलब्ध संसाधनों से षिकायतों का निस्तारण किया जायेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जयपुर विकास आयुक्त वैभव गालरिया ने बताया कि केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनीपार्क के अतिरिक्त जेडीए द्वारा
तीन बाढ नियंत्रण उप केन्द्र यथा-सामुदायिक केन्द्र, स्वेज फार्म जोन-05,
अटल सेवा केन्द्र, 200 फीट महल रोड जोन-09 तथा सामुदायिक केन्द्र वैशालीनगर
जोन-07 में स्थापित किये गये है। द्रव्यवती नदी परियोजना हेतु दो अलग से
सब स्टेशन स्थापित किये गये हैं। केन्द्रीयकृत बाढ़ नियंत्रण कक्ष के संचालन
के लिए जविप्रा स्तर पर अधिकारियों और कर्मचारियों की राउण्ड द क्लाॅक
डयूटी लगाई गई है। जिसमें अधिषाषी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ
अभियन्ता, मिस्त्री आदि लगाये गये हैं।
जेडीसी ने अधिकारियों को निर्देष
दिए कि शहर में लो-लाईन क्षेत्र और कच्ची बस्तियों आदि में मानसून के
दौरान विषेष तौर पर समस्याऐं उत्पन्न हो जाती है यद्यपि ऐसी स्थिति से
निपटने के लिए विभिन्न विभागों का ज्वाईंट आपरेषन रहता है किन्तु हमें अपने
उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए प्राथमिकता से सहयोग कार्य प्रारम्भ कर
देने होंगे।
उन्होंने अण्डरपास आदि स्थानों पर विषेष ध्यान देने के
निर्देष भी दिये। समस्या होने की स्थिति में तुरन्त समाधान करवाया जाये।
मानसून के दौरान सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की संभावना अधिक रहती है। उससे
निपटने के लिए मानसून के पश्चात क्विक सर्वें करवाया जाये जिससे
क्षतिग्रस्त सड़कों को शीघ्र दुरूस्त करवाया जा सके।
जेडीसी ने कहा कि
मानसून के दौरान बिजली आपूर्ति सूचारू रह सके तथा अन्य समस्याओं का शीघ्र
समाधान हो सके इसके लिए जेडीए के संबंधित अधिकारियों के पास संबंधित अन्य
विभागों के नोडल अधिकारियों के नम्बर रहे ताकि तत्परता से सम्पर्क कर
समस्या का समाधान करवाया जा सके। कहा कि मानसून के दौरान टूटकर गिरे पेडो
को रास्ते से तत्काल हटाने की व्यवस्था संबंधित अधिशाषी अभियंता द्वारा
करवाई जाकर वरिष्ठ उद्यानविज्ञ को सूचित करायें, जिससे पेड को कटवाकर मौके
से हटवाने की कार्यवाही संभव हो सके।
उन्होंने बताया कि जविप्रा के
समस्त उपायुक्तगणों को उनके क्षेत्राधिकार में जल भराव से संबंधित
क्षेत्रों के वासियों के पुनर्वास हेतु जोन क्षेत्र में स्थित सामुदायिक
केन्द्र व अन्य उपयुक्त स्थानों पर व्यवस्था रखने के निर्दे दिये जा चुके
हैं।
बैठक में बताया गया कि आपातकाल में ट्रेफिक रोकने/डायवर्जन हेतु
काम में लिए जाने के लिए संबंधित अधिषाषी अभियंताओं द्वारा मिट्टे से भरे
20 ड्रम एवं रस्से, जिन पर रिफलेक्टिव टेप लगे होंगे, 15 लाईफ जेकेट की
व्यवस्था भी जेडीए द्वारा कर ली गई है।
बैठक में बताया गया कि जेडीए
द्वारा केंद्रीयकृत बाढ नियंत्रण कक्ष बनीपार्क में आवष्यक लेबर, 35 एचपी
ट्रेक्टर मय ब्लेड मय आॅपरेटर एवं हैल्पर, 35 एचपी ट्रेक्टर मय ट्राॅली मय
आॅपरेटर एवं हैल्पर, 5 एचपी डीजल पंप मय आॅपरेटर एवं हैल्पर, 20 एचपी मड
पंप मय आॅपरेटर एवं हैल्पर, जेसीबी मय ड्राईवर, सीमेंट के खाली बैग एवं
मिट्टी भरने का कार्य, हाईड्रोलिक पोकलेन मय पेट्रोल व ड्राईवर, डम्पर मय
आॅपरेटर एवं हैल्पर, एक जीप, एक पिकअप एवं टेंट की व्यवस्था करवाई गई है।
इसके अतिरिक्त घाटगेट, मानसरोवर तथा नगर निगम जयपुर के बनीपार्क स्थित बाढ
नियंत्रण केंद्रों पर मिट्टे के कट्टे और श्रमिक उपलब्ध करवाए गए हैं।
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