जयपुर। जयपुर डिस्काॅम द्वारा विद्युत चोरी पर प्रभावी अंकुश लगाने एवं विद्युत छीजत को न्यूनतम स्तर पर लाने के उद्देश्य से उच्चतम छीजत वाले 11 केवी फीडरों, विद्युत चोरी बाहुल्य क्षेत्रों एवं राष्ट्रीय राजमार्ग पर संचालित प्रतिष्ठानों को चिन्हित कर, माह मई 2019 के दौरान सर्तकता शाखा एवं ओ एण्ड एम अधिकारियों द्वारा सर्तकता जांच के लिए विशेष अभियान चलाये गये जिसमें भारी मात्रा में बिजली चोरी पकडी गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
माह मई 2019 में कुल 1907 मामले विद्युत चोरी/दुरूपयोग के पकडे गये, जिनमें करीब 5 करोड़ 88 लाख रूपये का राजस्व निर्धारण किया गया। जुर्माना राशि जमा करवाने के लिए संबंधित उपभोक्ता/गैर उपभोक्ता को नोटिस जारी किये गए है। निर्धारित समयावधि में जुर्माना राशि जमा नही करवाने पर दोषियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही हेतु संबंधित विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाने की कार्यवाही की जावेगी।
जयपुर डिस्काॅम द्वारा विद्युत चोरी में संलिप्त व्यक्तियों की धरपकड़ हेतु संचालित अभियान आगे भी जारी रहेगा, जिसके अन्तर्गत दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध प्रभावी कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जावेगी।
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