जयपुर। अपना शौक पूरा करने के लिए वाहन चोरी करने वाले एक अन्तरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का जयपुर डीसीपी वेस्ट पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए चोरी के 5 लग्जरी चौपहिया वाहन और 15 मोटर साईकिलें बरामद की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
खास बात ये है कि इस चोर गिरोह का चोरी करने का अंदाज भी बेहद अनूठा है। चोरी के वाहनों में पेट्रोल खत्म जाने पर यह गिरोह गुस्से में उसे वहीं छोड़ देते और फिर आग लगाकर उसका नामो निशान मिटा देते थे। आग लगाने के तुंरत बाद यह गिरोह फिर से दूसरी वारदात को अंजाम देने में लग जाता था। लंबे समय से वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा शातिर गिरोह का एक बाइक को चुराने के बाद भंड़ाफोड़ हो गया और पुलिस ने सभी आरोपियों को दबोच लिया।
डीसीपी वेस्ट अशोक गुप्ता के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी सायर सिंह उर्फ बंटी, मूलचंद, शिवशंकर सैनी, नूतन उर्फ लोकेश जांगिड़, अमन और नंदलाल शर्मा है। गिरफ्तार आरोपियों में तीन हरमाड़ा, एक चौमू, एक वैशाली नगर और एक झोटवाड़ा का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपी किराये का मकान लेकर वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। गिरफ्तार नूतन उर्फ लोकेश जांगिड़ हिस्ट्रीशीटर है जो इस गिरोह का सरगना है। नूतन वैशाली नगर थाना समेत कई थानों का वांटेड़ आरोपी है। नूतन अपने साथी, मूलचंद, सायर सिंह, शिवशंकर सैनी और अमन के साथ मिलकर राजस्थान के अलग-अलग जिलो में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देता है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने एक दो दर्जन से ज्यादा वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है। आरोपियों ने ज्यादातर वारदातें वैशाली नगर, कालवाड़, भांकरोटा, रेनवाल, करणी विहार, सदर, मुरलीपुरा, हरमाड़ा थाना और चौमू थाना इलाके में की है। पुलिस को आरोपियों से और भी वारदातों के खुलासा होने की उम्मीद है।
यूं करते हैं वाहन चोरी....
एडीसीपी वेस्ट रतनसिंह के मुताबिक यह गिरोह किराए का मकान लेकर रहता था। आरोपी अपना शौक पूरा करने के लिए घरों के बाहर खड़े वाहनों की चोरी करते हैं। किसी भी मोटर साईकिल या कार को चुराने के बाद आरोपी उसे गैराज में खड़ी कर देते थे ताकि किसी के भी पकड़ में नही आ सके। गिरोह का सरगना हिस्ट्रीशीटर नूतन अपनी डिमांड़ के अनुसार अपने साथियों से वाहन चोरी करवाता था। चोरी किए गए वाहनों को आरोपी सस्ते दामों पर बेचते थे। बेचे गए वाहनों से मिलने वाले रूपयों से सभी आरोपी अपने शौक और अययाशी करते थे। खास बात ये है कि आरोपी नूतन को एक स्काॅर्पियों कार चुराने का आर्डर मिला था। मिले आर्डर के बाद आरोपी इस कार को चोरी करने की फिराक में थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
सनक चढ़ते ही कार का नामोनिशान मिटा देते थे आरेापी...
खास बात ये है कि मोटर साईकिल चोरी करने के दौरान गिरोह पहले उस वाहन का नंबर बदलकर घूमते फिरते। जब भी किसी बाइक या कार का पेट्रोल खत्म हो जाता था तो गुस्से में आरोपी उस वाहन को जला देते थे। आवेश में आरोपियों ने पेट्रोल खत्म होने पर कालवाड़ इलाके में कई मोटर साईकिल और लग्जरी कार को भी आग लगाकर खत्म कर दिया था, ताकि कोई उन्हें पकड़ भी नहीं सके। इसके बाद सभी आरोपी फिर से दूसरी वारदात को अंजाम देने में लग जाते थे।
यूं हुआ खुलासा...
एडीसीपी वेस्ट रतनसिंह के मुताबिक 22 दिसंबर बालाजी विहार लोहामंड़ी के रहने वाले पीड़ित रविद्र कुमार की घर के आगे से बाइक चोरी हो गई थी। पीड़ित ने हरमाड़ा थाना में इसको लेकर मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए हरमाड़ा इलाके में किराए का मकान लेकर रहने वाले आरोपी सायर सिंह और मूलचंद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी से चोरी की बाइक भी बरामद कर ली। पुलिस ने जब दोनों से कड़ी पूछताछ की तो एक बड़े गैंग का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद गिरोह के अन्य सदस्यों शिवशंकर सैनी, नूतन और अमन को भी दबोच लिया। सभी आरोपी किराए का मकान लेकर रहते थे। पुलिस ने आरोपियों के साथ मकान मालिक नंदलाल शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब सभी आरोपियों से पूछताछ की तो उनसे चुराई गई 5 लग्जरी मंहगी कार और 15 मोटर साईकिलें बरामद हुई।
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