जयपुर। गलता गेट पुलिस और मानव तस्करी यूनिट ने मंगलवार को बिहार के गया से नाबालिगों को चूड़ी कारखाने में काम के लिए जयपुर ला रही बस को जब्त कर लिया। पुलिस को बस में 28 बच्चे मिले हैं, जो बिहार के रहने वाले हैं और 10—16 आयुवर्ग के है। इन्हें ला रहे चार ठेकेदारों को भी गिरफ्तार किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
थानाधिकारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि चाइल्ड राइट्स वाच ग्रुप की तरफ से राज्य संयोजक बसंत हरियाणा को बिहार से सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया था कि राजस्थान नंबरों की एक बस जयपुर के लिए रवाना हुई है, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे है। आगरा रोड से बस का पीछा किया जा रहा था और यहां गलतागेट इलाके में उसको पकड़ लिया। बच्चों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उन्हें काम करवाने के लिए लाया गया है।
पुलिस ने बस के चालक झोटवाड़ा निवासी विक्रम सिंह, रामगढ़ शेखावटी निवासी कमेर सिंह, परिचालक लाडनूं निवासी रणजीत को गिरफ्तार किया। वहीं गया निवासी अख्तर, मो.सबदर, रिजवान और मो. शमशेद को गिरफ्तार किया। यही बच्चों को लेकर आ रहे थे। पूछताछ में यह भी सामने आया कि बिहार में शोएब नाम के व्यक्ति ने बच्चों को बस में बिठवाया था। इन बच्चों को भट्टा बस्ती और शास्त्री नगर इलाके में चूड़ी कारखानों में काम पर लगाया जाना था। बच्चों को शेल्टर होम भिजवाने की कार्रवाई देर रात तक जारी रही। उधर वहीं जालूपुरा इलाके में भी पुलिस ने एक मकान में दबिश देकर चूड़ी बनाने के कारखाने से चार बालश्रमिकों को मुक्त करवाया। कारखाना संचालक मोहम्मद जावेद को गिरफ्तार किया है। मुक्त करवाए गए सभी बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन को सुपुर्द कर दिया।
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