जयपुर। जयपुर कमिश्नरेट में बजरी माफिया से रिश्ते निभा अवैध वसूली व दलाली लेकर बजरी से भरे ट्रक व ट्रेक्टर को पुलिसकर्मियों की ओर से रात्रि गश्त व नाकाबंदी में निकाला जा रहा है। डीजीपी लाठर के निर्देशन में चलाए गए डिकॉय ऑपरेशन में जयपुर कमिश्नरेट के दो थानों के 16 पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने गुरुवार को आदेश जारी कर एक साथ निलंबित किया है। जाचं में बजरी माफिया से रिश्ते रखने की बात सामने आने के बाद सभी पुलिसकर्मियों पर ये कार्रवाई की गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि नौ दिसम्बर की देर रात टोंक रोड, अजमेर रोड व आगरा रोड पर डिकॉय ऑपरेशन किया गया। पुलिस की तीनों टीमों ने पीसीआर व चेतक पर निगाहे रखना शुरू किया। चेतक व मोबाइल गाडिय़ों पर मौजूद पुलिसकर्मियों की लगातार निगरानी के दौरान कई अनियमितता पाई गई। जिसमें चाकसू व शिवदासपुरा थाने के पुलिसकर्मियों की ओर से नाकाबंदी और रात्रिगश्त में सडक़ों पर अवैध वसूली का खेल देखा गया।
इनकों किया सस्पेंड - चाकसू थाने के एएसआई जयनारायण, हैडकांस्टेबल सुरेश कुमार, कांस्टेबल बसराम, कांस्टेबल रमेश कुमार, कांस्टेबल ओमप्रकाश, कांस्टेबल चालक रामबाबू व कांस्टेबल चालक घनश्याम है। इसके अलावा शिवदासपुरा थाने में पदस्थापित एएसआई उदयवीर सिंह, हैडकांस्टेबल सुरेश सिंह, कांस्टेबल रामफल, सीताराम, संजय, योगेश कुमार, गोविंद सिंह, रामावतार व कांस्टेबल चालक फतेह सिंह है। ये सभी चेतक वाहनों और मोबाइल वाहनों में रात्रि गश्त के दौरान बजरी माफिया से अवैध वसूली में लिप्त पाए गए।
दर्जनों पुलिसकर्मियों के नाम - पकड़ा जाए वो चोर, नहीं पकड़ में आए वह साहूकार! सूत्रों की माने तो ऐसा नहीं है कि बजरी माफिया से मिलीभगत सिर्फ शिवदासपुरा व चाकसू थाने के पुलिसकर्मियों की ही है। इससे पूर्व में भी पुलिस कमिश्नरेट में बजरी माफियों से अवैध वसूली लेकर रिश्ते निभाने के चलते कई पुलिसकर्मी सस्पेंड हो चुके है। हरमाडा के दौलतपुरा के तीन पुलिसकर्मियों को सितम्बर 2019 में निलंबित किया गया था। उससे पूर्व ही बजरी के ट्रकों से अवैध वसूली को लेकर मुरलीपुरा में एक कांस्टेबल व होमगार्ड के जवान की जमकर लोगों ने पिटाई की थी। कांस्टेबल को सस्पेंड कर जांच शुरू की गई थी। वहीं अजमेर बाईपास चौराहे पर तैनात यातायात के पांच पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया था। इससे पूर्व जयपुर क मिश्नरेट के साउथ जिले में तीन थाने के पुलिसकर्मियों पर भी बजरी माफिया से संबंध को लेकर गाज गिरी थी। मामला यहीं नही थमता, समय-समय पर पुलिस मुख्यालय की ओर से डिकॉय ऑपरेशन चलाए जाए, तो बजरी माफिया से अवैध वसूली में दर्जनों पुलिसकर्मियों के साथ ही प्राईवेट व्यक्ति के नाम सामने आ सकते है।
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