हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू
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जयपुर । मीडिया के विभिन्न क्षेत्रों की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों में स्वास्थ्य, जेंडर और सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों की समझ बढ़ाने के लिए हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने एक एमओयू किया है। एचजेयू के शिक्षा संकुल स्थित प्रशासनिक परिसर में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में यूएनएफपीए की कंट्री हेड एंड्रिया वोजनार और एचजेयू की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
यूएनपीएफ संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था है जो जेंडर, महिला एवं बाल अधिकारों और स्वास्थ्य के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में काम करती है। बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान स्थित अपने मुख्यालयों के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर विकास कार्यों में सहभागिता निभाती है।
इस दौरान यूएनएफपीए की कंट्री हेड एंड्रिया वोयनार ने अपने संबोधन में कहा कि मीडिया का स्वरूप बदल रहा है और मीडिया के सहयोग के बिना सामाजिक बदलाव संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जेंडर संबंधी केवल 18 प्रतिशत खबरों में संदर्भ होता है। मीडिया में महिला पत्रकारों की संख्या भी काफी कम है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एचजेयू के साथ एमओयू से जेंडर संबंधी मुद्दों की समझ रखने वाले बेहतरीन पत्रकार तैयार करने में मदद मिलेगी। जब ये विद्यार्थी मीडिया का हिस्सा बनेंगे तो इन मुद्दों को बेहतर तरीके से रख सकेंगे और इससे संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अपने 10वें राष्ट्रीय कार्यक्रम (2023-2027) के दौरान यूएनएफपीए मातृत्व मृत्यु दर में कमी, परिवार नियोजन, जेंडर आधारित हिंसा को खत्म करने और अन्य मानवीय स्थितियों में सुधार के लिए प्रयासरत है। समझौते के तहत विद्यार्थियों के लिए लैंगिक मुद्दों, जनसांख्यिकी और किशारों के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे।
हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाना मीडिया जिम्मेदारी है। ऐसे में भावी पत्रकारों में जेंडर, महिला एवं बाल विकास से जुड़े मुद्दों के प्रति चेतना बहुत ही महत्वपूर्ण है। यूएनएफपीए और एचजेयू का यह समझौता सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक और जिम्मेदार मीडियाकर्मी तैयार करने की दिशा में अहम कदम साबित होगा।
पत्रकारिता संकाय की डीन डॉ. ऋचा यादव ने यूएनएफपीए की कंट्री हेड एंड्रिया वोयनार का स्वागत किया, जबकि प्रो. आलोक श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर यूएनएफपीए के राजस्थान हेड दीपेश गुप्ता, जेंडर एंड ह्यूमन राइट्स स्पेशलिस्ट शोभना बोयले, कम्युनिकेशन एंड मीडिया एनालिस्ट अवनी सिंह और विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक एवं स्टाफ भी उपस्थित थे।
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