जयपुर। निर्जला एकादशी का भारत में बड़ा महत्व है। क्योंकि 24 एकादशियों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसे भीम एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह एकादशी गंगा दशहरा के बाद होने वाली एकादशी को ही निर्जला एकादशी कहते हैं। इस बार यह एकादशी आज मनाई जा रही है। मंदिरों श्रद्धालुओं की काफी भीड देखने को मिल रही हैं। भारतीय कैलेंडर के अनुसार हर साल ज्येष्ठ महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी या भीम एकादशी का उपवास किया जाता है। यह उपवास बिना पानी के रखा जाता है इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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