जयपुर। ‘छोटा परिवार सुख का आधार’ इस बात की समझाइश के लिए प्रदेश के जनजाति जिले डूंगरपुर में जिला प्रशासन के निर्देशन में चिकित्सा विभाग की ओर से गांव-गांव में सास-बहू सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इन सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य सास एवं बहू को एक साथ, एक मंच पर लाकर परिवार नियोजन के लिए जागरूक करना है। इसके साथ ही परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी देते हुए इन
साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित करना भी है।
हमारी सामाजिक व्यवस्थाओं में परिवार का बड़ा महत्व है और उनमें भी विशेषकर घर की बड़ी एवं बुजुर्ग महिलाओं का। ऎसे में परिवार की बहू के निर्णय कहीं न कहीं सास अथवा घर की बुजुर्ग महिलाओं की विचारधाराओं से प्रभावित होते हैं। विशेषकर परिवार नियोजन जैसे मुद्दे पर सास और बहू की आपसी समझ काफी महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इस रिश्ते की परिवार नियोजन में महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत जिलेभर में सास-बहू सम्मेलन आयोजित कर रहा है।
इन सम्मेलनों के दौरान सास-बहू के बीच परिवार नियोजन के विचारों पर तालमेल बिठाने, उन्हें सीमित एवं छोटे परिवार के लाभ बताने और परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित करने में क्षेत्र की आशा व एएनएम मुख्य भूमिका निभा रही हैं। डूंगरपुर जिले में सोमवार से प्रारम्भ इन सम्मेलनों के प्रथम दिन ही सास एवं बहुओं ने बडे़ ही उत्साह के साथ भाग लिया।
भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हराया, सीरीज में 1-0 की बढ़त
महिला टी20 विश्व कप: भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से पीटा
हरियाणा में एग्जिट पोल अगर नतीजों में बदले तो कौन होगा कांग्रेस की ओर से सीएम का चेहरा, जानें कितने हैं दावेदार
Daily Horoscope