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दौसा। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई हिंसा के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को गांधी तिराहा पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग उठाई गई।
विहिप के विभाग मंत्री परमानंद शर्मा ने कहा कि वक्फ कानून के विरोध की आड़ में संपूर्ण बंगाल को हिंसा की आग में झोंक दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदुओं पर संगठित रूप से हमले किए जा रहे हैं, और सरकार की भूमिका निष्क्रिय ही नहीं, बल्कि कई जगहों पर दंगाइयों को सहयोग देने वाली रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि स्थिति को बिगड़ने से पहले नियंत्रण में लेने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं और दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
विहिप जिलाध्यक्ष रूपेंद्र शर्मा ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना जरूरी हो गया है। वहीं जिला सह मंत्री रोहित खंडेलवाल ने ममता सरकार पर संविधान विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए कानून व्यवस्था की अनदेखी कर रही है।
मातृशक्ति की सरोज जाकड़ ने चिंता जताई कि बंगाल में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ खुलकर हो रही है, और इन्हें पहचान पत्र भी जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को गम्भीर खतरा पैदा हो गया है।
इस प्रदर्शन में सरोज शर्मा, मनीषा, उमा शर्मा, कृष्णा, मीना गुप्ता, बाबूलाल मीणा, अंबेश जाकड़, घनश्याम, कन्हैयालाल, पवन बारादरी, रमेश विजय, रमेश लाटा, दिनेश सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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