दौसा। जैन समाज द्वारा क्षमावणी पर्व बडे ही विनय व उल्लास के साथ मनाया गया। समाज के प्रवक्ता प्रतीक जैन ने बताया कि इस अवसर पर सांयकाल शहर के सभी जिनालयों में कलषाभिषेक के कार्यक्रम हुये। पार्श्वनाथ जैन मंदिर से एक शोभायात्रा बनीदास की बावडी पर जल लेने पहुंची। जल से भगवान के अभिषेक किये गये। जैन धर्मशाला स्थित महावीर भगवान के चैत्यालय में भगवान की माल पहनने का सौभाग्य आध्यात्म प्रकाश जैन को, आदिनाथ मंदिर में प्रेमचंद पारस जैन को व चन्द्रप्रभु मंदिर में राजकुमार जैन बान्दीकुई को प्राप्त हुआ। पुराने शहर स्थित 1200 वर्ष प्राचीन चन्द्रप्रभु मंदिर में भगवान के पंचामृत से कलषाभिषेक किये गये।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हाथ जोडे पैर छुए और मांगी क्षमाः
सांयकाल कलषाभिषेक के पश्चात सभी जैन धर्मालम्बी एक दूसरे के घर पहुंचे और विगत वर्ष में जाने अनजान में हुई गलतियों के लिए एक दूसरे से हाथ जोडकर पैर छूकर क्षमायाचना की। एक दूसरे का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया।
इससे पूर्व बुधवार की सुबह 9.00 बजे सभी जैन धर्मावलंबी पार्श्वनाथ मंदिर व जैन धर्मशाला पर एकत्रित हुये। पिछले तीन दिनों से उपवास (चारों प्रकार के आहार का त्याग) कर रही समाज की भव्या जैन, अवनी जैन, आरची जैन, महिमा जैन को माला पहनाकर, तिलक लगाकर स्वागत किया। जुलूस के रूप में उन्हें घर तक छोडा गया। 19 सितंबर को महावीर दिगंबर जैन मंदिर किला सागर में सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम एवं प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। चंद्रप्रभु मंदिर से भगवान की प्रतिमा को प्रातः 11.45 बजे किला सागर स्थित मंदिर पर ले जाया जाएगा। दोपहर 12.15 बजे से पूजन एवं शाम 4.00 बजे कलशाभिषेक होगा। सामूहिक क्षमावाणी एवं प्रतिभा सम्मान समारोह के बाद सामूहिक भोज का आयोजन होगा।
हरियाणा में रुझानों में बड़ा उलटफेर : बीजेपी 49 व कांग्रेस 35 सीटों पर आगे, 10 सीटों पर 2000 से कम अंतर
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम - कांग्रेस गठबंधन 48 सीटों पर आगे, बीजेपी 27 सीटों पर आगे
भारतीय शेयर बाजार में सपाट कारोबार, बैंकिंग शेयरों में उछाल
Daily Horoscope