दौसा। शहर में होमगार्ड सीताराम सैनी (48) की गुरुवार को तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। होमगार्ड का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे होमगार्ड विभाग में खलबली मची हुई है। यह वीडियो एक महीने पहले का बताया जा रहा है। इसमें वह अधिकारियों पर सुनवाई नहीं करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है।
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दौसा शहर में बाबाजी की छावनी निवासी होमगार्ड सीताराम काफी समय से बीमार चल रहा था। गुरुवार को उसे दौसा जिला हॉस्पिटल से जयपुर रेफर किया गया था। लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। एक महीने पहले दौसा के होमगार्ड ऑफिस में उसने वीडियो बनाकर कहा था कि आफिस में भ्रष्टाचार और कर्मचारियों द्वारा परेशान करने के कारण वह इतना तनाव में है कि उसके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है।
क्या कहा था सीताराम ने
सीताराम ने बताया कि वह 27 साल पुराना होमगार्ड का वालंटियर है। मेरा रिकॉर्ड चेक कर लो, मैंने इमरजेंसी कभी भी कानून व्यवस्था की ड्यूटी नहीं छोड़ी। कितना भी मेरे घर में काम हो आरक्षण, कोरोना, इलेक्शन, इमरजेंसी नौकरी कभी भी नहीं छोड़ी। उसका परिणाम आज मेरे को मिल रहा है। मेरे साथ अन्याय हो रहा है, ऑफिस में भ्रष्टाचार चल रहा है। ऑफिस में चार-चार बिना काम मोबाइल लेटर लगा रखे हैं। अधिकारी तो काम करते नहीं है, पर वार्डन तरफ से काम करवाते हैं। जो मनमानी ड्यूटी लगाते हैं और पैसे वसूल करते हैं। मैं गरीब आदमी हूं, मेरे बाल बच्चे पालने में भी मेरे को समस्या हो रही है। मेरी चाहे इंक्वारी कर लो, कोई से भी थाने में, कहीं पर भी ड्यूटी लगी हो, किसी भी अधिकारी से मेरे मामले में जांच कर लो, मैं गलत हूं तो मेरे को डिस्चार्ज कर दो। ऑफिस में जाते हैं तब समस्या कुछ बताते हैं, तो सीधे यह कहते हैं ऑफिस से भाग जाओ यहां से। जो इंटर लग रहे हैं, अधिकारी बन रहे हैं। मैंने वेयर गैर के पैसे जमा कर दिए, वर्दी के पैसे जमा कर दिए फिर भी मेरे से वर्दी के पैसे मांग रहे हैं। मेरे साथ मेरे को ऐसी ड्यूटी देते हैं या कोई जाना चाहता नहीं है, जहां हमारी होमगार्ड की भी कोई सुनने वाला है क्या? हम कुछ कहते हैं तो नोटिस दे देते हैं और डिस्चार्ज की धमकी देते हैं। करें तो क्या करें? 26-27 साल से सेवा दे रहा हूं, उसका परिणाम मेरे को यह मिल रहा है। मेरे को गरीब को बुला रहे हैं और चाहे तो आप संपर्क परेड के दिन ऑफिस में आकर वॉलिंटियरों से मिल सकते हो। कितना भ्रष्टाचार चल रहा है, कोई तो 2 महीने ड्यूटी करता है, साल में कोई 10 महीने कर रहा है कोई 6 महीने कर रहा है। मैं मेरे बीवी बच्चों को जहर दे दूं क्या?
मेरे साथ कोई हादसा हो गया उसके लिए पूरा होमगार्ड स्टाफ जिम्मेदार होगा। हाथ जोड़कर निवेदन करने पर भी मेरे को ड्यूटी नहीं लगाते। आप जांच कर सकते हो, मैं सत्य कह रहा हूं। जब चार-पांच सरकारी कर्मचारी लग रहे हैं, तो चार-चार वाले इंटर की क्या जरूरत है? ऑफिस में लगाने की जो 12 महीने ड्यूटी करते हैं और हम हमारी बीवी बच्चों को क्या दे दें?
डिप्टी कमांडेंट अमन रस्तोगी का कहाना है कि-
होमगार्ड सीताराम जयपुर में तैनात था। खराब स्वास्थ्य के कारण उसने दौसा में तबादला करा लिया था। सीताराम सैनी की मई में ड्यूटी लगी थी, लेकिन तबीयत खराब होने वह ड्यूटी नहीं कर सका था। उसने जून में ड्यूटी की और 22 जून से गैर हाजिर चल रहा था। उसे पूर्व में दो बार अनुशासनहीनता के नोटिस दिए गए थे। इसके बावजूद लापरवाही करता रहा। वह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहा था।
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