राजेंद्र जैमन
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दौसा। आम तौर पर प्रधानमंत्री स्तर का व्यक्ति चुनाव के दौरान संभाग मुख्यालय अथवा एक राज्य में 2 या 3 से ज्यादा रैलियां अथवा जनसभाएं नहीं करता है। लेकिन, संभवतः पहली बार है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिला मुख्यालय पर रोड शो और रैलियां की हों। बिल्कुल नगरीय निकाय चुनाव की तरह। इसके बावजूद कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा यहां भाजपा के कन्हैयालाल मीणा को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं।
जानकारों का मानना है कि मुकाबला बहुत करीबी है, इसलिए यहां हार-जीत का बहुत बड़ा अंतर नहीं रहेगा। इसका प्रमुख कारण लोकसभा चुनाव में कम मतदान होना है। इस अनुसूचित जनजाति (एसटी) बहुल लोकसभा क्षेत्र में पिछले चार चुनाव में इस बार सबसे कम मतदान हुआ है। मतदान प्रतिशत कम रहने से भाजपा को ज्यादा नुकसान माना जा रहा है। लेकिन, भाजपा के नेताओं का तर्क है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत कम रहा और शहरी क्षेत्र में अच्छा मतदान हुआ है, जहां उसके परंपरागत मतदाता हैं। ऐसे में भाजपा की जीत बताई जा रही है।
लेकिन, ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस के परंपरागत मतदाता एटी-एससी का बाहुल्य है। जहां संविधान बचाओ का नारा भी चला है। मुसलमान मतदाताओं का रुझान भी कांग्रेस की ओर रहा है। साथ ही इस बार सचिन पायलट की प्रतिष्ठा की सीट दौसा पर गुर्जर मतदाताओं ने भी अधिकांशतः कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया है।
ऐसे में इस बार यहां बदलाव के संकेत बताए जा रहे हैं। लेकिन, गहलोत और पायलट के बीच तनातनी के कारण गुर्जर मतदाताओं के कांग्रेस की तरफ झुकाव के कारण गहलोत खेमे के माने जा रहे माली मतदाताओं का कांग्रेस के विरोध में जाना बताया जा रहा है। ऐसे में भाजपा नेता इसे गुर्जर मतदाताओं के छिटकने की भरपाई मान रहे हैं।
हालाकि भाजपा के परंपरागत वोट बैंक ब्राह्मण, महाजन और राजपूत का परसेंटेज गिरा है। बहरहाल दावे कुछ भी हों लेकिन यहां कांटे का मुकाबला दिखाई दे रहा है। दोनों ही पक्ष जीत के प्रति आश्वस्त नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा और भाजपा के कन्हैयालाल मीणा के बीच कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है।
बता दें कि दौसा लोकसभा क्षेत्र में कुल 55.57% मतदान हुआ। विधानसभा दौसा में 49.39, बस्सी 51.78, चाकसू 47.36, बांदीकुई 47.75, सिकराय 45.33, महुवा 43.65, लालसोट 39.42, थानागाजी में 44.10 प्रतिशत मतदान हुआ।
पीएम मोदी और किरोड़ी की दांव पर लगी प्रतिष्ठा
दौसा लोकसभा सीट बीजेपी के दिग्गज नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वे महुआ से तो बीजेपी को जीताने का वादा कर चुके हैं। यही वजह है कि किरोड़ीलाल मीणा दौसा में वोट बारात भी निकाल चुके हैं। उनके प्रयासों से ही दौसा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रोड शो कर चुके हैं। इस वजह से यह सीट मोदी के लिए भी प्रतिष्ठा बन चुकी है।
कांग्रेस ने वायनाड से प्रियंका गांधी वाड्रा को उतारा
भाजपा सीईसी की बैठक में पीएम मोदी ने झारखंड के उम्मीदवारों को लेकर किया विचार-मंथन
उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर ही होंगे उपचुनाव, सबसे हॉट सीट मिल्कीपुर के लिए करना होगा इंतजार
Daily Horoscope