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दौसा। जिले की लोहार बस्ती सहित अन्य क्षेत्रों में आरपीएससी शिक्षक फोरम ने "शिक्षा की अलख" कार्यक्रम के तहत शैक्षिक जागरूकता अभियान का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा के महत्व को उजागर करना और अधिक से अधिक बच्चों को सरकारी विद्यालयों से जोड़ने के लिए प्रेरित करना था।
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शिक्षकों की टोली ने अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान का नेतृत्व किया। सभा अध्यक्ष कालूराम मालपुरिया ने लोहार बस्ती दौसा में, जिला मीडिया प्रभारी जितेंद्र सैनी ने ईंट भट्टा सिंगवाडा में, जिला मंत्री घनश्याम चौबदार ने खेड़ला खुर्द में और जिला प्रवक्ता अभय सक्सेना ने बागरिया बस्ती सैंथल मोड़ पर शैक्षिक जागरूकता अभियान चलाया।
लोहार बस्ती में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष भगवान वर्मा ने कहा, "व्यक्ति के विकास का सबसे अच्छा माध्यम शिक्षा है। यह केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करती है।" उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करें ताकि वे आत्मनिर्भर बनें और समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त कर सकें।
कार्यक्रम के संयोजक कमलेश रामसिंहपुरा और सहसंयोजक विनोद सिंह ने बताया कि बच्चों को महापुरुषों की जीवनी और शिक्षाप्रद कहानियों के माध्यम से प्रेरित किया गया। इस दौरान शिक्षण सामग्री का वितरण भी किया गया। फोरम के जिला प्रवक्ता अभय सक्सेना ने बच्चों को नियमित रूप से शिक्षा प्राप्त करने पर जोर देने का आह्वान किया।
फोरम के संरक्षक लल्लू राम मीणा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान का साधन नहीं है, बल्कि यह संस्कारों का भी आधार है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को संस्कारी और शिक्षित बनाने पर ध्यान दें।
जहां अन्य शिक्षक संगठन शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा कर रहे हैं, वहीं आरपीएससी शिक्षक फोरम ने सरकारी विद्यालयों की पहचान और नामांकन बढ़ाने के लिए 17-18 जनवरी को "शिक्षा की अलख" कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान फोरम के जिला प्रधान कार्यालय, जयपुर रोड दौसा में आयोजित रजिस्ट्रेशन अभियान में 304 शिक्षक उपस्थित हुए।
फोरम के जिला अध्यक्ष प्रहलाद फाटक्या और जिला संयोजक कैलाश शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी विद्यालयों की पहचान को मजबूत करना और अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ना है। कार्यक्रम को घनश्याम चौबदार, जितेंद्र सैनी, महेंद्र जीरोता, हज़ारी लाल मीणा, मुकेश झनकावत, विमलेश गंगावत और भरत लाल मीणा ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम ने शिक्षा के महत्व को समाज तक पहुंचाने और बच्चों को शैक्षिक रूप से प्रेरित करने में एक नई दिशा दी है।
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