दौसा। जिले में लगातार हो रही बारिश से बांध तालाबों में पानी की आवक तो हुई है। लेकिन जर्जर बांधों की स्थिति कभी भी बड़ा खतरा साबित हो सकती है। झिलमिली बांध में रिसाव हो गया है। इससे आसपास के ग्रामीणों में भय व्याप्त है। बांध में रिसाव के चलते लोगों ने प्रशासन एवं सिंचाई विभाग से ऐहतियात के उपाय करने का आग्रह किया है। रिसाव की सूचना मिलने पर सांसद मुरारी लाल मीणा बुधवार को झिलमिली बांध पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को सावचेत रहने एवं नदी, नालों व बांध तालाबों से दूर रहने की सलाह दी। साथ ही आपदा की स्थिति में प्रशासन को सूचित करने को कहा। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को भी बांध में रिसाव को रोकने के लिए उपाय करने को कहा। बता दें कि झिलमिली बांध में 14.6 फुट पानी आ गया है। बांध में पानी आने से लोगों के चेहरे खिले हुए थे। लेकिन रिसाव होने से अब बड़ा खतरा हो गया है। इसी तरह कालाखो बांध में भी 10 पॉइंट 3 फुट पानी आ गया है। कालाखो बांध में भी रिसाव से लोगों में भय व्याप्त है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने रिसाव को देखते हुए पानी रोकने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं। बारिश से मोरेल बांध पूरा भर गया है। मोरेल बांध में 30 फुट पानी हो गया है। माधो सागर में 13, सैंथल सागर में 8, विनोरी सागर व दक्षिण सागर में 7.1, गेटोलाव में 7, चांदराणा में 5, सिनौली में 6, जगरामपुर में 6, कोट में 6, सिंथोली में 16 एवं डिवांचली बांध में 7 फुट पानी हो गया है। इसी तरह सूरजपुर बाध भी छलक रहा ह इसमें 13 फुट पानी है। हरिपुरा, महेश्वरा, भांकरी एवं नामोलाव बांध में 7-7 फुट, समसपुर में 6.7 एवं हुडला में 5.9 फुट पानी आया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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