दौसा। सेवा भारती समिति द्वारा आयोजित सर्व जातीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम देव उठनी एकादशी के दिन मंगलवार को गेटोलाव रोड पर हुआ। इस अवसर पर विभिन्न जातियों से जुड़े सात जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।
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सुबह के समय, विवाह शोभायात्रा का आयोजन सहजनाथ महादेव मंदिर से किया गया, जो आकर्षक और धूमधाम से भरी थी। गेटोलाव रोड स्थित विद्यालय में तोरण और वरमाला की रस्मों के बाद पाणिग्रहण संस्कार का आयोजन हुआ। पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ विवाह के फेरे कराए, और इसके बाद विदाई की रस्म भी संपन्न हुई।
इस खास अवसर पर संतों और महंतों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। संतों ने सामूहिक विवाह को समय की जरूरत बताते हुए कहा कि यह फिजूल खर्ची को रोकने का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इसके माध्यम से समाज में समरसता का संदेश भी दिया।
इस विवाह समारोह में महेन्द्र सिंह गहलोत और सुनीता, योगेन्द्र सिंह और सविता राज, अर्जुनलाल और अंजलि वर्मा, बृज मोक्षवेली और सपना चौरसिया, प्रतीक मेहरा और सपना, रामकिशन कोली और सुनीता, अमित गुप्ता और शालू खण्डेलवाल सहित सात जोड़ों ने एक दूसरे से विवाह किया।
कार्यक्रम में सेवा भारती के अखिल भारतीय प्रमुख, मूलचन्द सोनी ने कहा कि इस प्रकार के सामूहिक विवाह समारोह सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं, क्योंकि विभिन्न समाजों के वर और वधू एक ही मंच पर आकर अपने नए जीवन की शुरुआत करते हैं।
समारोह के अंत में सभी ने एक साथ भोजन किया। इस अवसर पर कैलाश, अनिल शुक्ला, द्वारका प्रसाद, सुमन बंसल, गोपाल शर्मा, अजय बटवाल, मोहनदास, नन्दलाल, गीता, बीना आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।
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