चूरू। हत्या कर देने के मामले में नामजद पांच आरोपियों की 10 दिन बीत जाने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर आज सर्व समाज द्वारा रैली निकालकर आक्रोश व्यक्त किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जिला मुख्यालय के इन्द्रमणि पार्क से कलक्ट्रेट परिसर तक निकाली गयी इस रैली में मृतक के परिजनों सहित युवकों ने भाग लिया और नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। परिजनों का आरोप है कि राजनैतिक हस्तक्षेप के कारण अब तक आरोपियों रामरूवरूप, श्रवण, मंदीप, कमल रामसरा तथा अजय रणवां को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। आईपीएस केसर सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपियों की धरपकड के लिए दो टीमें बनयी गयी है जिन्हें आरोपियों के महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
गौरतलब है कि चूरू और सीकर जिले के थानों में अपनी उम्र से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके हिस्ट्रीशीटर महेन्द्र गोदारा की 17 जुलाई को देर रात चूरू के गांव कडवासर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस को महेन्द्र गोदारा का शव गांव कडवासर के बस स्टेण्ड के पास पडा मिला। दो गाडियों में सवार हमलावरों ने देर रात उस वक्त महेन्द्र गोदारा पर अंधाधुध फायरिंग कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया जबकि वह अपने गांव सहजुसर से चूरू की तरफ आ रहा था।
मृतक के भाई विक्रम ने सात दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने के आश्वासन के बाद दुधवाखारा थाने में 6 नामजद सहित 7 अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर रामरूवरूप, मंदीप उर्फ मदिया, श्रवण बुडानिया, सरजीत, कमल रामसरा व गैंगस्टर अजय रणवां के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 120 बी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था।
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