चित्तौड़गढ़/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने देश में पहली बार बनने वाले भगवान परशुराम के पैनोरमा का परशुराम जयंती के अवसर पर शिलान्यास किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि राजस्थान के इतिहास में आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा, क्योंकि आज परशुराम जयंती पर भगवान परशुराम की तपोस्थली मातृकुण्डिया में इस पैनोरमा का शिलान्यास हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अब हर वर्ष भगवान परशुराम की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राजे बुधवार को चित्तौड़ जिले के मातृकुण्डिया में 1 करोड़ 80 लाख रुपए की लागत से बनने वाले भगवान श्री परशुराम पैनोरमा के शिलान्यास के बाद जनसमूह को संबोधित कर रही थीं। भगवान परशुराम के पैनोरमा के शिलान्यास में सभी समाज के प्रतिनिधियों ने एक-एक ईंट अपने समाज की ओर से रखी। मुख्यमंत्री ने इस कदम को 36 की 36 कौम का साथ और हर वर्ग का विकास की भावना बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान परशुराम का पैनोरमा तैयार हो जाने के बाद यहां राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान में संरक्षित लगभग 342 वर्ष पुरानी सचित्र पांडुलिपि की प्रति रखी जाएगी, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक भी इस प्राचीन ग्रंथ से रूबरू हो सकें। यह पांडुलिपि राज्य धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने मुख्यमंत्री को भेंट की थी। मुख्यमंत्री ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी शर्मा को विश्वविद्यालय में भगवान परशुराम पर शोध केन्द्र शुरू करने की पहल के लिए बधाई भी दी।
राजे ने इस अवसर पर कहा कि आने वाला वक्त टेक्नोलॉजी का है, लेकिन इसके बावजूद हमारी सरकार ने महापुरुषों के जो पैनोरमा बनाए हैं, वे हमारी आने वाली पीढ़ियों को हमारे गौरवशाली इतिहास की कहानियां सुनाते रहेंगे।
बेगूं में बनेगा रूपाजी-कृपाजी का पैनोरमा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बेगूं में स्वतंत्रता सेनानी रूपाजी-कृपाजी का पैनोरमा बनाने की घोषणा भी की। राजे ने कहा कि प्रदेशभर में 550 करोड़ रुपए की लागत से 125 धर्मस्थलों का जीर्णोद्धार तथा 100 करोड़ से अधिक की लागत से महापुरुषों के 39 पैनोरमा निर्माण का काम उनकी सरकार ने हाथ में लिया है, ताकि आस्था के प्रतीक हमारे धार्मिक स्थल दर्शनीय स्थल के रूप में भी विकसित हो सकें।
इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी, देवस्थान राज्यमंत्री राजकुमार रिणवा, सांसद सीपी जोशी, देवस्थान बोर्ड के अध्यक्ष एसडी शर्मा, विधायक अर्जुनलाल जीनगर, राज्य वित्त आयोग की अध्यक्ष ज्योति किरण, जिला प्रमुख सुशीला जीनगर, शासन सचिव देवस्थान केके पाठक, अन्य गणमान्य एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope