बूंदी।
सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत बुधवार को परिवहन विभाग की ओर से
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर से स्कूली छात्र-छात्राओं की जागरूकता
रैली निकाली गई। रैली को जिला कलक्टर शिवंागी स्वर्णकार एवं पुलिस अधीक्षक
योगेश यादव ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हाथों
में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता का संदेश देती तख्तियां लेकर हॉयर
सैकेण्डरी से रवाना हुए स्कूली बच्चे शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरे और
आमजन मेें सड़क सुरक्षा का संदेश प्रसारित किया। जागरूकता रैली के दौरान
विद्यार्थियों ने लोगों को सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों बारे जागरूक
किया।
इसके
के अलावा नुक्कड़ नाटकों एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। इनके माध्यम से
आमजन में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरुकता बरतने के आह्वान के साथ संवेदनशील
होने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी दिवांशु शर्मा, अतिरिक्त
परिवहन आयुक्त बाबूलाल मीणा, सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ जयपुर के आरटीओ अनिल
कुमार जैन, जिला परिवहन अधिकारी धर्मपाल आसीवाल, आरटीओ कोटा के मथुराप्रसाद
मीणा, खेल अधिकारी सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे। सड़क सुरक्षा का मंत्र
रैली
स्थल पर सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ जयपुर के आरटीओ अनिल कुमार जैन ने 125
शब्दों के सड़क सुरक्षा मंत्र के बारे में लोगों को जानकारी दी। उन्होंने
कहा कि सड़क सुरक्षा मंत्र से दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है। उन्होंने कहा
कि 'जिस वाहन में आप यात्रा कर रहे हैं उसके ड्राइवर को यदि आपको लगे कि
ड्राईवर नशे में है या खतरनाक ढंग से सवारियों बैठा रहा है या लापरवाही से
वाहन चला चला रहा है या गलत ओवरटेक कर रहा है तो उसे टोकने में संकोच नहीं
करें। फिर भी यदि आपको असुरक्षा महसूस हो तो उस वाहन से उतर जांए।
यात्रियों की यह सतर्कता ड्राईवर की गलतियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं
को रोकने की रामबाण दवा है। ओवरटेकिंग में गलत अनुमान के कारण वाहनों की
भिडंत से दुर्घटना की संभावना रहती है। ओवरटेङ्क्षकग करते समय अत्यधिक
सावधानी रखिए। सामने का मार्ग सुरक्षित व बाधा रहित नजर आने पर ही ओवर
टेकिंग करें। असावधानी, तेज गति, गलत ओवरटेकिंग, विश्राम की कमी एवं शराब
के सेवन दुर्घटना के मुख्य कारण है। इसलिए इनसे बचें।
सड़क
सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत खेल संकुल में कार्यशाला का आयोजन किया।
इसमें अतिथियों ने सड़क सुरक्षा संबंधी विचार प्रकट किए तथा सड़क सुरक्षा
के प्रति संवेदनशीलता पर जोर दिया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दशरथ सिंह ने कहा कि लोग स्वयं जागरूक बनें और सड़क
सुरक्षा नियमों की पालना करें। अतिरिक्त परिवहन आयुक्त बाबूलाल मीणा ने
कहा कि दुर्घटनाएं रोकने का दायित्व सभी का है। लोगों को यातायात नियमों की
पालना के लिए अधिक से अधिक जागरूक किया जावे। उन्होंने बताया कि चित्तौड
के बाद बूंदी जिले में सर्वाधिक दुर्घटनाएं घटित होती है। सड़क सुरक्षा
प्रकोष्ठ जयपुर के आरटीओ अनिल कुमार जैन ने कहा कि सड़क सुरक्षा मंत्र को
अमल में लाकर दुर्घटनाओं का टाला जा सकता है। कार्यशाला में जिला परिवहन
अधिकारी धर्मपाल आसीवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यशाला में कलाकारों द्वारा सड़क सुरक्षा संबंधी नाटक का मंचन किया।
साथ ही कठपुतली, नृत्य एवं गीतों के माध्यम से सड़क सुरक्षा का संदेश दिया
गया। कार्यशाला में विभिन्न अभियान के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं
के विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन
एडवोकेट राजकुमार दाध्ीाच ने किया।
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