बीकानेर। स्कूलों और कोचिंग्स में पढ़ने वाले बच्चे मानसिक तनाव से दूर रहें, इसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग्स के साथ जागरुकता की विभिन्न गतिविधियां चलाई जाएंगी। गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में इस संबंध में बैठक आयोजित हुई। अध्यक्षता अतिरिक्त कलक्टर (नगर) पंकज शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में बच्चे बेवजह मानसिक तनाव और दवाब से दूर रहें, यह आज की जरूरत है। इसके लिए प्रशासन, कोचिंग्स और अभिभावकों द्वारा साझा प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस दिशा में कार्य करने के लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित की गई है। इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है। बैठक में जिला स्तरीय निगरानी तंत्र का गठन, कंट्रोल रूम, सेल फोन नंबर, कोचिंग संस्थानों के आसपास अनावश्यक लाउडस्पीकर के उपयोग, विद्यार्थियों के लिए साइकोलॉजिस्ट मनोवैज्ञानिक की सुविधा, खेलकूद मनोरंजन के लिए अवकाश, समस्या समाधान तंत्र, अभिभावकों का बच्चों पर मानसिक दबाव तथा विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के लिए मोटिवेशनल सेमीनार आयोजित किए जाएंगे। सफल युवाओं की कहानियों से विद्यार्थियों को रूबरू करवाया जाएगा। बैठक में नगर निगम आयुक्त केसरलाल मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र सिंह भाटी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, सहायक निदेशक ओमप्रकाश गोदारा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कोचिंग सेंटर के प्रतिनिधि मौजूद रहे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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