बीकानेर। हुसंगसर में आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर में दानाराम और नौ सहखातेदारों का खाता विभाजन देखते-ही-देखते हो गया, तो उन्होंने राहत की सांस ली। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शिविर में पहुंचे दानाराम ने बताया कि संयुक्त खाते में भूमि होने पर किसान को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खेती के काम में जब तक सह खातेदारों की सहमति नहीं हो जाती, तब तक सरकारी योजनाओं के लाभ के मुंह ताकते रहने के अलावा कोई चारा नहीं होता है।
कुछ इसी तरह की स्थिति के साथ पहुंचे दानाराम और सह खातेदारों ने अपनी व्यथा सुनाई। शिविर में मौजूद अधिकारियों ने उनकी बात को सुना और समझ कर खाता विभाजन के प्रस्ताव तैयार करवाए। सहायक शिविर प्रभारी एवं तहसीलदार भू अभिलेख मोहम्मद इम्तियाज भाटी ने जांच कर मजमे आम में स्वीकार किया।
शिविर प्रभारी सवीना बिश्नोई ने विभाजन के प्रस्ताव की स्वीकृति जारी की।
यह सुनकर दानाराम एवं नौ सह खातेदारों के चेहरे खिल उठे। चेहरों पर उल्लासपूर्ण हंसी दिखी और मानो उन्होंने राहत की सांस ली।
दानाराम और अन्य सह खातेदारों के साथ ने इस समस्या के समाधान पर संतोष जताया।
दानाराम ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के आयोजन को सरकार का सार्थक आयोजन बताया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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