बीकानेर। ख्वाजा पीर महबूब बख्श चिश्ती (रह.) के उर्स मुबारक के अवसर पर मौहल्ला चूनगरान में एक शानदार महफिल-ए-कव्वाली का आयोजन किया गया। रूहानी कलाम और भक्ति-भाव से परिपूर्ण इस आयोजन ने उपस्थित अकीदतमंदों को भाव विभोर कर दिया।
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सज्जादानशीन पीर गुलाम अल्लाह बख्श चिश्ती के सान्निध्य में आयोजित इस महफिल में जोधपुर के मशहूर कव्वाल शौकत अंदाज और नदीम अंदाज कव्वाल पार्टी ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। महफिल का आगाज खुदा की शान में हमद "जो बंदा काबा का जाकर तवाफ करता है/ खुदाया उसके गुनाहों को माफ करता है" से हुआ।
इसके बाद हजरत मुहम्मद साहब (स.अ.) की शान में नात "हम ऐसे नबी के उम्मती हैं/ नबियों में सबसे अफजल रुतबा मेरे नबी का" पेश की गई। चिश्ती बाबा की शान में प्रस्तुत कलाम "नज़र के सामने महबूब बख्श चिश्ती हे/ करूं किस्मत पे जितना नाज कम है" ने महफिल में मौजूद हर व्यक्ति को भावुक कर दिया। महफिल का समापन पारंपरिक "रंग" से हुआ।
इस मौके पर पीर मोहम्मद सलीम चिश्ती, पीर हफीजुर्रहमान चिश्ती समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने चिश्ती बाबा की दरगाह में अकीदत के फूल चढ़ाए और मुल्क में अमन-चैन और खुशहाली के लिए सामूहिक दुआ की। कार्यक्रम के दौरान कुरानखानी का भी आयोजन किया गया।
उर्स कमेटी के संरक्षक हाफिज फरमान अली ने बताया कि मंगलवार की रात आल इंडिया तरही मुशायरा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ बड़ी देग के कार्यक्रम भी होंगे। बुधवार को कुल की रस्म के साथ उर्स मुबारक का समापन होगा।
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