बीकानेर। इंसानी रिश्ते किसी मजहब या दायरे में बंधे नहीं होते। इसका एक नजारा बीकानेर में उस समय देखने को मिला जब एक हिन्दू का अंतिम संस्कार करने मुस्लिम समाजसेवी आगे आए। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक पंडित यश कुमार शास्त्री पुत्र कृष्ण कुमार शास्त्री की 8 मई 2017 को हल्दीराम हॉस्पिटल में मौत हो गई। यश कुमार शास्त्री बीकानेर जिले में अपना छोटा मोटा कार्य करते थे और उनके आगे पीछे कोई नही था। पुलिस के अनुसार जब तीन दिन तक उनका कोई वारिस नहीं मिला तो यहां के एक मुस्लिम समाजसेवी मुहम्मद इकबाल उनके अंतिम संस्कार के लिए आगे आए और उन्होंने अपनी टीम के साथ पूरे हिन्दू रीति-रिवाज के मुताबिक़ स्वर्गीय शास्त्री का अंतिम संस्कार किया। इकबाल ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके साथ उनके समाजसेवी मित्र पकंज अरोड़ा, राजेश चौधरी, पिंकी कुमारी, रीता भल्ला और राहुल मेघवाल के सहयोग से दाहसंस्कार कराया। मुहम्मद इकबाल का मानना है की इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं है और अगर अल्लाह को राजी करना है तो हर जीव मात्र की सेवा करनी चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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