बीकानेर। देवी उपासक स्वामी दिव्य सागर महाराज ने अक्षय तृतीया शुक्रवार को सुजानदेसर रोड, गंगाशहर में भट्ठड स्कूल के पास हरीराम ज्वेलर्स शुभारंभ व सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग में स्वामी दिव्य सागर महाराज ने कहा कि धर्म नीतिगत व्यापार में व्यवहार को उत्तम रखे तथा अपने हित के साथ उपभोक्ताओं के हितों की भी रक्षा करें।
उन्होंने कहाकि अक्षय तृतीया में दान पुण्य का अधिक महत्व है। इस दिन दिए गए दान का फल अक्षय रहता है। अक्षय तृतीया को परमात्मा का स्मरण व ध्यान करते हुए अन्न, धन व अन्य वस्तुओं का दान तथा अपने में व्याप्त बुराइयों व कमियों का त्याग करें। परमात्मा की ओर से प्रदत्त सुविधा व साधन को पर्याप्त मानते हुए खुश रहे। किसी से राग-द्वेष नहीं रखते हुए महान सनातन धर्म के अनुसार साधना, आराधना व भक्ति करते हुए सामर्थ्यानुसार परोपकारी कार्य करें। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दुर्लभ मानव जीवन की सार्थकता अच्छे कर्मों से पुण्यार्जन करने और अधिकाधिक परमात्मा का स्मरण करने और जीवन को कार्य व्यवहार, साधना, आराधना व भक्ति से उत्तम बनाने में है। स्वामीजी का आशकरण, मनोज मांडण व लोकेश मांडण आदि, अग्रवाल समाज के वरिष्ठ समाजसेवी रामदेव अग्रवाल, स्वर्गीय हरी राम मांडण परिवार के सदस्यों ने स्वागत किया।
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