बीकानेर। भारतीय एवरेस्ट अभियान 1984 के चार दशक पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 1984 एवरेस्ट अभियान दल के सदस्यों का दल दिल्ली से काठमांडू होते हुए एवरेस्ट आधार शिविर के लिये रवाना होगा।
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संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी ने गुरूवार को बीकानेर से जाने वाले दल के सदस्यों को तिरंगा व आइस-एक्स प्रदान कर अभियान के सफल होने की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस दुरूह मार्ग पर चलकर रेगिस्तान के निवासी एवरेस्ट के आधार शिविर पहुंचकर बीकानेर का नाम रोशन करेंगे।
एडवेंचर फाउन्डेशन के सचिव आर के शर्मा ने बताया कि प्रथम प्रयास में 23 मई को एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया गया तथा 29 मई को सुश्री बचेन्द्री पाल ने एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर देश की प्रथम एवरेस्ट विजयिनी होने का गौरव प्राप्त किया था। इस अभियान में पर्वत्तारोही स्व. मगन बिस्सा की महत्ती भूमिका रही थी तथा सबसे फिट होने के बाद एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने का अवसर छोड़ा व अपने अन्य साथी की जिन्दगी बचाई थी। मगन बिस्सा को उल्लेखनीय सेवा के लिये आईएमएफ का गोल्ड मेडल प्रदान किया गया था।
उन्होंने बताया कि इस दल में उन सभी सदस्यों और दिवंगत सदस्यों के परिजनों को आमंत्रित किया गया है, जो एवरेस्ट अभियान दल के सदस्य थे। उन्होंने बताया कि दल के सदस्य रहे मगन बिस्सा की पत्नी डॉ. सुषमा बिस्सा, पुत्र रोहिताश्व बिस्सा, ओजस्वी बिस्सा, पुत्रवधू अनामिका व्यास व पौत्री आरू भी इस अभियान में शामिल होंगे।
इसके अतिरिक्त एवरेस्ट अभियान दल के सदस्य भी भाग ले रहे है। डॉ. सुषमा बिस्सा ने संभागीय आयुक्त को कार्यक्रम का पूरा ब्यौरा दिया। फ्लैग-ऑफ सेरेमनी के अवसर पर फाउन्डेशन के पायोनियर नरेश अग्रवाल एवं सुरेश गुप्ता उपस्थित रहे।
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