बीकानेर। बीकानेर शहर ने ऐसी कई विभूतियां राष्ट्र को दी हैं जिसके कारण लोग कहते है कि इस शहर की मिट्टी में कुछ तो है। बीकानेर शहर की गिनती आज भी सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक नगरी के रूप में होती है, यह कहना था अजित फाउण्डेशन के वार्षिक उत्सव के दौरान ‘‘अद्भुत बीकानेर’’ फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन अवसर पर डॉ. महेन्द्र खड़गावत, निदेशक राजस्थान राज्य अभिलेखागार का। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में पूरे बीकानेर की छटा हमें एक जगह देखने मिलती है इसके लिए फोटोग्राफर्स सादुवाद के पात्र है।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. विक्रम व्यास ने अजित फाउण्डेशन द्वारा स्थापित ‘‘विज्ञान केन्द्र’’ के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. व्यास का कहना था कि जहां हम रह रहे है वहां कि मुख्य समस्याओं के बारे में हमें सोचना चाहिए तथा उसके निवारण हेतु वैज्ञानिक सोच से हल निकालने का प्रयास करे। डॉ व्यास द्वारा बरसात के पानी को इकट्ठा करने हेतु बनाया गया सिमटांका सॉफटवेयर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बरसात के दिनों में काफी पानी बिना उपयोग के ही बह जाता है, इसके लिए संस्था की छत पर वर्षा जल संग्रहण पर कार्य किया जाना है। यह कार्य मई के प्रथम सप्ताह में एक कार्यशाला के दौरान आरम्भ किया जाएगा।
डॉ. हनुमान प्रसाद व्यास, पूर्व निदेशक रक्षा अनुसंधान केन्द्र, भारत सरकार ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव हमें सभी स्थानों पर देखने को मिल रहा है, उन्होंने कहा कि आज भी इस बात की आवश्यकता है कि बच्चों तथा किशोरों को विज्ञान के प्रयोग हाथ से करके बताने चाहिए।
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