बीकानेर। राजस्थान के शिक्षा विभाग ने 10,000 से ज्यादा ग्रेड सेकेंड टीचर्स को लेक्चरर के पद पर पदोन्नति देने की घोषणा की है। यह पदोन्नति दो सालों के रिक्त पदों पर आधारित है, जो अब राज्यभर के सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में व्याख्याता के रूप में पोस्टिंग पाने वाले हैं। यह पदोन्नति 2021-22 और 2022-23 के रिक्त पदों पर आधारित है, और 1 अप्रैल 2021 से इन नव पदोन्नत टीचर्स को चयनित माना जाएगा। इसके साथ ही, उन्हें वेतन बढ़ोतरी और पिछले चार साल का एरियर भी मिलेगा।
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विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि पदोन्नति सूची में उन ग्रेड सेकेंड टीचर्स का नाम भी शामिल है, जो 1989 से चयनित हैं। वर्ष 2008-09 के अधिकतर चयनित टीचर्स को भी प्रमोशन मिल चुका है। इसके अतिरिक्त, शिक्षा निदेशक ने 109 ऐसे टीचर्स को भी पदोन्नति दे दी है जो सेवानिवृत्त हो चुके थे, लेकिन उनके लिफाफे बंद रखे गए हैं और उनका निर्णय बाद में लिया जाएगा।
हालांकि, पदोन्नति के साथ एक नया संकट उत्पन्न हो सकता है। ग्रेड सेकेंड टीचर्स की इतनी बड़ी संख्या में कमी आने से राज्य में नौवीं और दसवीं कक्षाओं में पढ़ाने वाले टीचर्स की संख्या घट जाएगी। इससे अपर प्राइमरी स्कूलों में हेडमास्टर की कमी हो सकती है, क्योंकि इन टीचर्स की कमी से विषय अध्यापकों की संख्या भी घटेगी।
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