भीलवाड़ा। अगर हमें सूई भी चूभे तो दर्द के मारे आह निकल जाती है, लेकिन कभी आपने सोचा है कि एक नहीं बल्कि दर्जनों कट अगर आपके पेट पर लगा दे तो क्या होगा। हम तो फिर भी बडे है लेकिन अगर यही चीरे मासूम के लगाए जाए तो उसकी हालत बिगडऩा लाजमी है। ऐसा ही हुआ है जिले के पण्डेर कस्बे के टिटोडा ग्राम में 10 माह के मासूम के साथ। मासूम को निमोनिया होने के बाद अंधविश्वास के चलते पेट पर उस्तरे से दर्जनों चीरे लगाए गए हैं। जब बच्चे की हालत बिगडी तो उसे परिजनों ने महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया।
जानकारी के अनुसार टिटोडा ग्राम में रहने वाले हेमराज हरीजन के 10 माह के पुत्र अंकित को निमोनिया हो गया था। इस पर उन्होने अंधविश्वास के चलते उस्तरे से उसके पेट पर चीरे लगवा दिए। जिसके कारण बालक की हालत ज्यादा गंभीर हो गई और उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराना पड़ा। बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा सुमन त्रिवेदी ने कहा कि समिति इस मामले पर नजर रखे हुए है। बालक के लिए सभी चिकित्सा सुविधा मुहैया करवा दी गई है। चिकित्सालय के शिशु वार्ड की प्रभारी ललिता देवी ने कहा कि बच्चे की हालत अभी गंभीर बनी हुई है और इलाज जारी है।
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