भीलवाड़ा। जिले में लाख जतन के बाद भी मासूमों पर अंधविश्वास का कहर थम नहीं रहा है। निमोनिया या अन्य कोई बीमारी होने पर उन्हें चिकित्सक को दिखाने के बजाय टोने-टोटकों के चक्कर में फंसकर दागा जा रहा है। गुरुवार को फिर एक मामला सामने आया है, जिसमें मासूम को निमोनिया होने पर गर्म सलाख से दागा गया। मासूम को गंभीर हालत में महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
निमोनियां होने के बाद ग्रामीण इलाकों में अंधविश्वास के चलते गर्म सलाखों से दाग दिया जाता है। जिसके कारण कई बार बच्चों की हालत गंभीर हो जाती है। भीलवाड़ा जिले के माण्डलगढ़ तहसील के ऑडो का खेडा का रहने वाले पांच वर्षीय धनराज कालबेलियां को निमोनिया हो गया था। जिसके बाद उसे परिजनों ने गर्म सलाखों से दाग कर डांव लगा दिया। इसके चलते उसकी हालत काफी बिगड़ गई। बाद में उसे उपचार के लिए महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। चिकित्सालय के शिशु रोग चिकित्सक डॉ. ओ.पी.आगीवाल ने बताया कि बालक की हालत गंभीर है, जिसके कारण उसे यदी रैफर कर रहे हैं।
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