भीलवाड़ा। पेयजल के साथ-साथ कृषि और इससे जुड़ी गतिविधियों को उन्नत करने
में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान (एमजेएसए) राजस्थान में हर तरफ
अपूर्व और ऎतिहासिक सफलताओं का जयगान कर रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भीलवाड़ा
जिले में एमजेएसए के अन्तर्गत हुए कामों ने आम ग्रामीणों से लेकर किसानों
तथा पशुपालकों तक को ढेरों समस्याओं से मुक्ति दिलाकर खुशहाली के द्वार
खुलने का अहसास कराया है। जिले की माण्डल पंचायत समिति अन्तर्गत माण्डल
ग्राम पंचायत के लेसवा गाँव की काश्तकार मोहनी देवी सोनी का कहना
है कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान ने उसकी खेती-बाड़ी को इतनी खुशहाली
दी है कि वह इस अभियान को कभी भुला नहीं पाएगी। मोहनी देवी लेसवा गांव में बारानी एक हैक्टेयर कृषि भूमि में कूआ नहीं होने से केवल वर्षा आधारित खरीफ फसल ही ले पा रही थी।
दो
साल पहले मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की कार्यशाला में कृषि
पर्यवेक्षक श्री नारायणलाल कुम्हार से सम्पर्क हुआ, जहाँ उसे जानकारी मिली
कि एमजेएसए के अन्तर्गत विभागीय योजना के अन्तर्गत 20 गुणा 20 गुणा 3 मीटर
का फार्म पौण्ड निर्माण करने पर एक लाख 5 हजार की लागत आती है, जिसमें 52
हजार 500 रुपए अनुदान का प्रावधान है।
मोहनी देवी को यह बात जँच गई। उसने अपने खेत में फॉर्म पौण्ड का निर्माण
करवा दिया। पहली ही बारिश में यह पानी से भर गया और बरसात के बाद काफी समय
तक इसमें पानी संग्रहित रहा।
इस पानी के सदुपयोग
के लिहाज से उसने स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक श्री तेजपाल सोनी से सम्पर्क
किया। उनकी सलाह थी कि सरसों, गेहूँ या जौ की बुवाई की जाए। इस पर मोहनी
देवी ने गेहूँ की फसल का इरादा किया और 0.50 हैक्टेयर में पहले ही साल
नवम्बर अन्त में गेहूँ की बुवाई कर दी।
कृषि
पर्यवेक्षक ने फॉर्म पौण्ड पर ईपीएस 3 एचपी पर भी 10 हजार रुपए का अनुदान
दिलवाया। इसके पहले से ही उसके पास 12 एचपी का जनरेटर था जिसका भी उपयोग
किया। खेत में सिंचाई से उसे पहली बार ही 22 क्विन्टल गेहूँ एवं चारा
उत्पादन से आय हुई।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन
अभियान की वजह से कम समय में बढ़ने लगी आय को देखते हुए मोहनी देवी
ने पास ही ट्यूबवैल खुदवाया। फार्म पौण्ड में बरसाती पानी के संग्रहण की
वजह से भूमिगत पानी रिचार्ज होने से ट्यूबवैल में पानी की पर्याप्त आवक
हुई। इससे उत्साहित होकर उसने फार्म पौण्ड के आस-पास करंज, देशी बबूल, नीम
आदि के पौधे भी पनपाए।
उन्नत खेती-बाड़ी को अपनाने
वाली प्रगतिशील काश्तकार मोहनी देवी का कहना है कि मुख्यमंत्री जल
स्वावलम्बन अभियान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का ऎसा
अभियान है जो आम ग्रामीणों के साथ ही किसानों और पशुपालकों के लिए वरदान
सिद्ध हो रहा है।
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope