भीलवाड़ा। शहर में एक माह के भीतर ही तीसरे बच्चे को आज परिजनों ने त्यागते हुए महात्मा गांधी चिकित्सालय के पालने में छोड दिया। 10 दिन के इस बालक की हालत नाजुक होने के कारण उसे शिशु वार्ड में भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया। बालक में खून की कमी होने से लगता है कि उसे काफी समय से इलाज नहीं करवाया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
महात्मा गांधी चिकित्सालय में कार्यरत लेब टेक्निशयन ने कहा कि शनिवार रात में करीब 11 बजे अस्पताल में पालन गृह की घंटी बजने लगी। इस पर हमने पालन में जाकर देखा तो एक बालक मिला। जिसके हालत नाजुक होने से हमने चिकित्सक को इसकी सूचना दी और उसे शिशु वार्ड में भर्ती करवाया। पालन के आसपास लोगों से पूछा तो उन्होंने कहा कि दो व्यक्ति मोटरसाईकिल पर आये और इस बालक को छोडकर चले गये। वहीं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सरिता काबरा ने कहा कि बच्चे का 10 से 15 दिन पूर्व ही जन्म हुआ है और इसकी हालत काफी नाजुक है। बालक में खूनी की कमी है। हमने बच्चे को एनआईसीयू में भर्ती करके बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा सुमन त्रिवेदी को सूचित कर दिया। इस माह में 2 सितम्बर को पालने में व 19 सितम्बर डीएसपी राजेन्द्र त्यागी के घर के बाहर बालिकाओं को छोड़ दिया गया था।
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