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भीलवाड़ा। राज्य सरकार की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर रविवार से मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर की शुरुआत जिले में की गयी है। जिला कलक्टर नमित मेहता निर्देशन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रविवार से जिले के 9 चिकित्सा संस्थानों पर यथाः-जाडोल, बेमाली, लुहारिया, सलावटिया, महेन्द्रगढ़, हुरडा, कारोई, दौलतगढ़ के चिकित्सा संस्थानों व शहरी आयुश्मान आरोग्य मंदिर, चपरासी कॉलोनी पर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया गया है। शिविरों का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। शिविरों में कुल 4 हजार 497 लोगों ने पहुंचकर राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 चेतेन्द्र पुरी गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। ये शिविर आगामी 31 जनवरी 2025 तक सभी पीएचसी व सीएचसी पर लगाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इन शिविरों का उद्देश्य हर नागरिक को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है। रविवार को आयोजित हुए शिविरों के दौरान कुल 2238 रोगियों का पंजीकरण किया गया। जिसमें से 190 गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच की सुविधाएं प्रदान की गयी, 45 को टीकाकरण का लाभ, 144 पुरुषों तथा 164 महिलाओं को परिवार कल्याण की सेवाओं का लाभ, 98 कैटरेक्ट के मरीजों को चिन्हित कर लाभ दिया गया। साथ ही 1500 लोगों की मधुमेह संबंधी जांच की गयी तथा 118 पॉजिटिव पाए गए मधुमेह रोगियों को निःशुल्क उपचार सेवाओं का लाभ दिया गया। ये शिविर सरकार द्वारा चिकित्सा सुविधाओं को अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण प्रयास है। ये शिविर जरूरतमंद व्यक्तियों को अपने नजदीक घर के पास ही राज्य सरकार की चिकित्सा सेवाओं को पहुंचाने की दिशा में कारगर साबित होगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
लोगों को मिलेगी विशेष चिकित्सा सुविधाएं-
सीएमएचओ डॉ0 गोस्वामी ने बताया कि इन शिविरों में 37 प्रकार की जांच सुविधा निशुल्क उपलब्ध होंगी। जिसमें गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, संचारी, गैर संचारी रोगों व अन्य रोगों की जांच और उपचार किया जाएगा। इसके अलावा 30 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों की शिविर में ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और तीन कॉमन कैंसर जांचें होंगी। बच्चों के टीकाकरण, डायबिटीज हाइपरटेंशन व अंधता के रोगियों की स्क्रीनिंग की सुविधा होगी। इसके अलावा टीबी मरीजों की जांच, पोषण किट वितरण व जरूरत होने पर एक्स-रे करवाना, निक्षय पोषण योजना में वंचित व्यक्तियों का बैंक अकाउंट प्राप्त कर पोर्टल में अपडेट करवाना सहित अन्य बीमारियों की जांच एवं उपचार किया जाएगा। शिविरों में कुपोषित बच्चों की पहचान, कुष्ठ रोगियों का उपचार, नियमित टीकाकरण और परिवार कल्याण साधनों का वितरण किया जाएगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा टेली कंसल्टेशन से रोगियों को लाभान्वित किया जाएगा। वहीं जरूरत पर रोगी को शिविर से एंबुलेंस की मदद से चिकित्सा संस्थान में जाकर उपचार भी करवाया जाएगा। इन शिविरों में आयुष पद्धति से भी उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। शिविर स्थल पर 108 या अन्य एंबुलेंस, सिलिकोसिस वेन व मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब (एमएफटीएल) भी मौजूद रहेगी।
तीन चरणों में होंगे शिविर-
शिविर तीन चरणों में आयोजित होंगे। इसमें प्रथम चरण के दौरान समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर शिविर, द्वितीय चरण में फॉलोअप शिविर जो कि पंचायत मुख्यालय पर आयोजित होंगे व तृतीय चरण में रेफरल शिविर जो जिला मुख्यालय पर आयोजित किए जाएंगे।
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