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भरतपुर। राजस्थान जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान भरतपुर में पहलवानों और कुश्ती प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की। भरतपुर पहुंचने पर उनका जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। 51 किलो की फूलों की माला, चांदी का मुकुट, और गदा भेंट कर उनका सम्मान किया गया।
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राजीव दत्ता ने कहा कि राजस्थान में कुश्ती को एक नई ऊंचाई तक ले जाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा,
"पहलवानों के लिए दो चीजें सबसे जरूरी हैं - खुराक और सुविधा। इन दोनों में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी।"
उन्होंने कुश्ती प्रशिक्षण के लिए मैट, गद्दे, उचित स्थान, और प्रशिक्षकों (कोच) की व्यवस्था का आश्वासन दिया। इसके साथ ही ग्रामीण अंचल के प्रतिभाशाली बच्चों को उचित सुविधाएं दी जाएंगी, ताकि उनका प्रतिनिधित्व बेहतर तरीके से हो सके।
पुरस्कार राशि की घोषणा
अध्यक्ष ने घोषणा की कि राजस्थान का जो भी पहलवान राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतेगा, उसे केंद्र और राज्य सरकार के इनाम के अतिरिक्त नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें गोल्ड मेडल पर ₹1,00,000, सिल्वर मेडल पर ₹51,000, ब्रॉन्ज मेडल पर ₹31,000। यह पहली बार है कि राजस्थान कुश्ती संघ ने पहलवानों के लिए इतनी बड़ी नकद इनाम राशि की शुरुआत की है।
कुश्ती को पर्यटन मेले से जोड़ने का फैसला
राजस्थान कुश्ती संघ ने पर्यटन विभाग के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत हर पर्यटन मेले में कुश्ती दंगल का आयोजन किया जाएगा। इससे न केवल कुश्ती की परंपरा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हर मेला अब कुश्ती खेलों के नाम से भी जाना जाएगा।
भरतपुर : राजस्थान की कुश्ती का सिरमौर
राजीव दत्ता ने भरतपुर को राजस्थान में कुश्ती का सिरमौर बताते हुए कहा कि यहां के पहलवानों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है।
"भरतपुर में कुश्ती की समृद्ध परंपरा जीवित है, और इसे और मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।"
भरतपुर में कुश्ती के प्रति उत्साह
अध्यक्ष बनने के बाद यह राजीव दत्ता का पहला भरतपुर दौरा था। उनके स्वागत में कुश्ती प्रेमियों, समाजसेवियों, और पहलवानों ने शानदार उत्साह दिखाया। चांदी का मुकुट, गदा, और फूलों की माला भेंटकर उनका अभूतपूर्व सम्मान किया गया।
कुश्ती को नई ऊंचाई देने का संकल्प
राजीव दत्ता ने कहा कि राजस्थान कुश्ती संघ का लक्ष्य राज्य में कुश्ती को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक पहचान दिलाना है। उनके प्रयासों से आने वाले दिनों में राजस्थान के पहलवानों के प्रदर्शन में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
भरतपुर के अखाड़े में कुश्ती का भविष्य अब पहले से अधिक उज्जवल नजर आ रहा है।
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