भरतपुर। उपखण्ड
डीग की उपतहसील जनूथर के गाँव जाटौली थून में मंगलवार को डीग एसडीएम
दुलीचंद मीणा ने सोमवार रात्रि कर्ज से परेशान खुदकशी करने वाले 45 वर्षीय
मृतक किसान भगवान सिंह पुत्र भूरी सिंह के परिजनों से मिल ढाँढस बंधाया। उनको सरकार के नियमानुसार पूरी मदद का विश्वास दिलाया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एसडीएम
मृतक किसान की पत्नी के पास पहुँचे उसका दर्द फूट पडा जिसका रो रोकर बुरा
हाल था जो मदद की गुहार लगाती नजर आई वो तो कर्ज के कारण पहले ही खेत को बेचना चाह रहो जैसे क्रंदन शब्दों से दर्द स्पष्ट झलक रहा था। उन्होंने मृतक
किसान की औरत को शीघ्र विधवा पेंशन जारी करने एवं उसके 9वीं में अध्ययनरत
बेटे को पालनहार का लाभ देने के लिए सचिव को निर्देशित किया। इस दौरान
एसडीएम मीणा ने किसान की वास्तविक मृत्यु के कारणों का भी जायजा
लिया। उन्होंने किसान के प्रत्येक खेत पर पहुँच फसल की वास्तविक स्थिति का
भी मौका मायना किया जिसमें खेतों में फसल पानी के अभाव में कमजोर पाई
गई। उधर परिजनों से कर्ज के बारे में भी जानकारी ली जिसमें उन्होंने 7 लाख
का कर्ज किसी गाँव के साहूकार से लेना बताया तो केसीसी के तहत 3 लाख रु.
एवं कॉपरेटिव के तहत 32663 रु. के साथ कृषक साथी योजना के 78 हजार रु.कर्ज
लेने की बात कही। उसकी पत्नी के नाम से कल्याणी योजना के तहत 55 हजार
रु.कर्ज होना बतलाया गया जिसकी वास्तविकता के बारे एसडीएम ने स्वयं बैंक
पहुँच जानकारी ली जिसे उचित पाया गया। बैंक कर्मियों से डिफाल्टर होने के
बारे भी जाना जिसमें समय-समय पर कर्ज को चुकता करता पाया गया। कॉपरेटिव
को 2007 से नहीं भरा गया। किसान को पीएनबी से 3 अगस्त 2009 को 10 बीघा जमीन
पर केसीसी स्वीकृत किया गया। एसडीएम लगभग चार घंटे तक मृतक किसान के खेतों
पर पहुँच हकीकत स्थिति से वाकिफ हुए जिसमें उनके साथ गिरदावर कमल सिंह
माहवर पटवारी मंगल सिंह सोलंकी सहायक उपनिदेशक कृषि विभाग किशन लाल
शर्मा,उप रजिस्ट्रार सहकारिता विभाग सुरेन्द्र सिंह,ग्राम सेवक लखन सिंह भी
मौजूद थे।
आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा चुनाव आयोग
लोक सभा में आज फिर फेंका गया अध्यक्ष के आसन पर कागज, कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में राजस्थान के अस्पतालों में आज ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी, सरकार ने की कार्रवाई की तैयारी
Daily Horoscope