भरतपुर। शहर में एक बार फिर ममता शर्मसार हो गई। शहर के जनाना अस्पताल में बने पालना स्थल में कोई नवजात दुधमुंही बच्ची को छोड़ कर चला गया। बच्ची का पता चलते ही जनाना अस्पताल प्रबंधन ने उसे अस्पताल की प्रियदर्शिनी नवजात शिशु चिकित्सा ईकाई में भर्ती किया। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सरोज लोहिया अपनी टीम के सदस्य सुन्दर सिंह, नरेश चन्द सिंघल के साथ जनाना अस्पताल पहुंची और बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हालांकि भरतपुर में नवजात बच्चे फेंके जाने का यह नया मामला नहीं है, लेकिन खास बात यह रही कि पहली बार किसी ने अपने नवजात से पीछा छुड़ाने के लिए जनाना अस्पताल में बने पालना स्थल का उपयोग किया है। आम तौर पर नवजातों को सडक़ किनारे या झाडियों में पड़ा पाया जाता था। चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची को सांस लेने में थोड़ी तकलीफ है। उसकी कुछ जांचें करवाई गई हैं। फिलहाल बच्ची की हालत में सुधार है। बच्ची के स्वास्थ्य पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
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