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भरतपुर। जिले के डीग क्षेत्र के कामां थाना इलाके में साइबर ठगी के खिलाफ एक सख्त कदम उठाया गया। एक कमेटी ने 47 मोबाइल फोन जलाए, जिन्हें साइबर ठगों से जब्त किया गया था। यह कदम पंचायत के बाद लिया गया, जिसमें साइबर ठगी और गौ तस्करी पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया था।
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29 दिसंबर को पालड़ी, सतवास और कनवाड़ी गांवों में एक पंचायत का आयोजन हुआ, जिसमें पुलिस के अलावा तीनों गांवों के नागरिकों ने भाग लिया। पंचायत में निर्णय लिया गया कि साइबर ठगी और गौ तस्करी करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही एक निगरानी कमेटी बनाई गई, जो इन अपराधों पर कड़ी नजर रखेगी और पुलिस तक जानकारी पहुंचाएगी।
सतवास ग्राम पंचायत के सरपंच ब्रज लाल फौजी ने बताया कि पंचायत के बाद 15 लोगों की कमेटी ने पालड़ी गांव के युवकों से कुछ मोबाइल जब्त किए थे। ये वही मोबाइल थे, जिनका इस्तेमाल साइबर ठगी करने में हो रहा था। इन मोबाइलों को जलाने की कार्रवाई मेवात क्षेत्र में पहली बार की गई है।
इसके अलावा, पंचायत में यह निर्णय लिया गया कि जो व्यक्ति साइबर ठगी करने वालों की जानकारी देगा, उसे 21,000 रुपये का इनाम मिलेगा। वहीं, गौ तस्करी और गोकशी करने वालों पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। साइबर ठगी में पकड़े गए व्यक्ति पर 51,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
यह कदम साइबर ठगी और अन्य अपराधों पर सख्ती से रोक लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
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